मध्य प्रदेश | Lok Sabha seats: बीजेपी ने मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर कब्जा जमाया है, जो अपने आप में एक नया रिकॉर्ड है। यह पहली बार है जब किसी पार्टी ने राज्य की सभी लोकसभा सीटें जीती हैं। इस शानदार जीत के बाद बीजेपी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में जबरदस्त उत्साह है।
कांग्रेस सभी सीटों पर चुनाव हार गई है। 26 साल बाद कांग्रेस मध्य प्रदेश में अपने इकलौते गढ़ छिंदवाड़ा को भी नहीं बचा पाई है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़े नेताओं में विदिशा से सबसे बड़ी जीत हासिल की है। वह आठ लाख से अधिक वोटों से चुनाव जीते हैं। वहीं, राजगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह चुनाव हार गए हैं। मध्य प्रदेश में पहली बार छह महिला उम्मीदवार भी सांसद बनी हैं।
अपने गढ़ को भी बचा नहीं पाई कांग्रेस
बीते कुछ चुनावों का इतिहास देखें तो मध्य प्रदेश में यह कांग्रेस की सबसे बुरी हार है। कांग्रेस के लिए छिंदवाड़ा हमेशा से अभेद्य किला रहा है। इस बार कांग्रेस पार्टी छिंदवाड़ा भी हार गई। बीजेपी के विवेक बंटी साहू ने छिंदवाड़ा से कांग्रेस उम्मीदवार नकुल नाथ को हराया है। इसके साथ ही ग्वालियर-चंबल की कई सीटों पर कांग्रेस को बड़ी उम्मीदें थीं लेकिन बीएसपी की वजह से खेल खराब हो गया है। कांग्रेस के उम्मीदवार बहुत कम अंतर से उन जगहों पर चुनाव हारे हैं। देखिए मध्य प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों का रिजल्ट
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में बीजेपी की यह सबसे बड़ी जीत है। टीकमगढ़ से डॉ वीरेंद्र कुमार आठवीं बार लगातार बड़े अंतर से चुनाव जीते हैं। इसके साथ ही शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने-अपने क्षेत्रों में जीत के रेकॉर्ड तोड़ दिए हैं। वहीं, विधानसभा चुनाव हारे बीजेपी के सारे उम्मीदवार चुनाव जीत गए हैं, इनमें भोपाल से आलोक शर्मा, सतना से गणेश सिंह, मंडला से फग्गन सिंह कुलस्ते, छिंदवाड़ा से विवेक बंटी साहू और ग्वालियर से भरत सिंह कुशवाहा हैं।
विपक्षी दलों के लिए यह एक बड़ा झटका है, खासकर कांग्रेस के लिए, जिसने राज्य में पिछले चुनावों में कुछ महत्वपूर्ण सीटें जीती थीं। कांग्रेस के नेताओं ने इस हार पर चिंता जताई और आत्ममंथन की जरूरत पर बल दिया है।