समय के साथ खुद को स्टाइलिश और फैशनेबल दिखाने के लिए लोग अक्सर नई-नई चीजें ट्राई करते हैं। लेटेस्ट कपड़ो से लेकर फुटवियर तक, मार्केट में कई चीजों का ट्रेंड देखने को मिलता है। Tattoo बनवाना इन्हीं में से एक है, जिसका क्रेज आजकल तेजी से बढ़ता जा रहा है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि कूल और स्टाइलिश दिखने के लिए बनवाया जाने वाला टैटू आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इतना ही नहीं यह ब्लड कैंसर (lymphoma) जैसी खतरनाक बीमारी की वजह भी बन सकता है।
त्वचा संबंधी विकार और जटिलताएं
टैटू बनवाने से सोरायसिस, एक्जिमा और डर्मटाइडिस जैसे कुछ त्वचा संबंधी विकार और भी बदतर हो सकते हैं। कई बार टैटू बनवाने पर इसके आसपास छोटे-छोटे दाने उभर आते हैं, जिसे ग्रेनूलोमास कहा जाता है। इसके अलावा टैटू के आसपास स्कार टिशू की मात्रा कहीं ज्यादा बढ़ जाने से केलॉइड्स भी हो सकते हैं। जिसका कोई इलाज नहीं है।
HIV और हेपेटाइटिस बी,सी का खतरा
अगर टैटू बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली सामग्री या इंस्ट्रूमेंट दूषित रक्त से दूषित हो तो HIV और सी जैसी खून से होने वाली बीमारियां हो सकती हैं।
MRI कॉप्लीकेशन्स
मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (MRI) स्कैन के दौरान टैटू की वजह जलन या सूजन हो सकती है, हालांकि ये असामान्य हैं। टैटू बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली स्याही या इंक में धातु तत्व होते हैं, जो MRI पिक्चर की स्पष्टता में बाधा डाल सकते हैं और निदान को और ज्यादा कठिन बना सकते हैं।
एलर्जी रिएक्शन
कुछ टैटू की इंक के रंग, जैसे लाल, हरा, पीला और नीला, कुछ लोगों में एलर्जी रिएक्शन का कारण बन सकते हैं। इन रिएक्शन की वजह से लंबे समय तक खुजली वाले चकत्ते, सूजन या टैटू वाले क्षेत्र के आसपास गांठें हो सकती हैं।
चौंकाने वाला खुलासा
हाल ही में टैटू को लेकर एक सामने चौंकाने वाली स्टडी सामने आई है। प्रकाशित इस स्टडी में सामने आया कि टैटू बनवाने में लिम्फोमा यानी ब्लड कैंसर का खतरा 21 प्रतिशत तक बढ़ता है। अध्ययन में शामिल 11,905 लोगों ने अपने शरीर में टैटू बनवाया था। शोधकर्ताओं ने पाया कि इन लोगों में बी-लिंफोमा सेल्स बढ़ती है। यह तेजी से फैलने वाला कैंसर है, व्हाइट ब्लड सेल्स को प्रभावित करता है।