रामोजी ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन रामोजी राव का निधन हो गया. रामोजी राव को इस महीने की 5 तारीख को बिगड़ती सेहत के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शनिवार सुबह 4:50 बजे उनका निधन हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया.
read more : Kerala Blast : केरल धमाके मामले एक शख्स ने किया सरेंडर, पुलिस कर रही पूछताछ
रिपोर्टों के अनुसार रामोजी राव के पार्थिव शरीर को रामोजी फिल्म सिटी स्थित उनके आवास पर ले जाने की तैयारी चल रही है. जहां परिवार के सदस्य, मित्र और शुभचिंतक दिवंगत आत्मा को अंतिम श्रद्धांजलि देंगे.
आखिर कौन थे रामोजी राव
रामोजी राव का जन्म 16 नवंबर 1936 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में हुआ था. उनके माता-पिता, वेंकट सुब्बाराव और वेंकट सुब्बाम्मा ने उनके दादा की याद में उनका नाम रामय्या रखा था. हालांकि उन्होंने बाद में नाम बदलकर “रामोजी” कर लिया. राव ने गुडीवाड़ा म्युनिसिपल हाई स्कूल से पढ़ाई की थी. जिसके बाद गुडीवाड़ा कॉलेज से बीएससी की डिग्री प्राप्त की.
रामोजी राव का निधन
पद्म विभूषण से सम्मानित ईनाडू मीडिया समूह के चेयरमैन और रामोजी राव फिल्म सिटी के संस्थापक रामोजी राव का शनिवार तड़के निधन हो गया. उन्होंने हैदराबाद के स्टार हॉस्पिटल में अंतिम सांसें लीं, जहां उनका इलाज चल रहा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित कई गणमान्य लोगों ने रामोजी राव के निधन पर संवेदना प्रकट की है
जीवनी (Ramoji Rao Biography)
नाम | चेरुकुरी रामोजी राव |
जन्म स्थान | 16 नवंबर 1936- पेदापरुपुडी, आंध्र प्रदेश |
माता-पिता का नाम | वेंकट सुब्बाराव और वेंकट सुब्बाम्मा |
पत्नी का नाम | रमा देवी |
पुरस्कार | पद्म विभूषण |
निधन | 8 जून 2024, तेलंगाना |
रामोजी राव का करियर
साधारण परिवार में जन्मे रामोजी राव ने असाधारण उपलब्धियां हासिल कीं. अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने दिल्ली में एक विज्ञापन एजेंसी के लिए एक कलाकार के रूप में काम करते हुए अपना करियर शुरू किया. 10 अगस्त, 1974 को राव ने विशाखापत्तनम में तेलुगु दैनिक ईनाडु की स्थापना की. इस अख़बार ने तेज़ी से लोकप्रियता हासिल की और चार साल में एक प्रमुख प्रकाशन बन गया. यह इस साल अगस्त में अपनी 50वीं वर्षगांठ मनाएगा.
बनाया दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो
उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े फिल्म स्टूडियो रामोजी फिल्म सिटी की स्थापना की और टेलीविजन चैनलों के ईटीवी नेटवर्क का भी नेतृत्व किया. राव मार्गदर्शी ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ के अध्यक्ष भी थे और मार्गदर्शी चिट फंड, प्रिया फ़ूड्स और कलंजलि सहित विभिन्न व्यवसायों की देखरेख करते थे.