केंद्र सरकार द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सफाई देने के बाद मामले ने और तूल पकड़ ली है। अब नीट यूजी 2024 कैंसिल करने और नीट 2024 री एग्जाम कराने की मांग के साथ-साथ नीट में ग्रेस मार्क्स के नियम को भी चुनौति दे दी गई है। पूरे देश से स्टूडेंट्स, कोचिंग डायरेक्टर्स, स्टूडेंट लीडर्स और छात्र संघ.. सब Supreme Court का दरवाजा खटखटा रहे हैं।
मेडिकल स्टूडेंट्स ने परीक्षा आयोजित कराने वाली एजेंसी एनीटए पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. छात्रों का मानना है कि इस बार परीक्षा में कोई ना कोई गड़बड़ी हुई है. इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि 67 स्टूडेंट्स को फुल मार्क्स आए हैं. इसके अलावा एक ही सेंटर से कई टॉपर निकलना भी नीट को शक के घेरे में खड़ा कर रहा है, जिसको लेकर सोशल मीडिया और सड़कों पर स्टूडेंट्स प्रोटेस्ट कर रहे हैं.
आज होगी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में आज नीट परीक्षा को लेकर सुनवाई होनी है। यह सुनवाई नीट परीक्षा के री-एग्जाम को लेकर होगी।
शिक्षा मंत्रालय पर विरोध प्रदर्शन, एनटीए को भंग करने की मांग
NEET 2024 में बड़े पैमाने पर घोटाले के खिलाफ दिल्ली के छात्रों ने शिक्षा मंत्रालय पर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने एनटीए से तत्काल पुनर्परीक्षा की मांग की. सोमवार को जेएनयू छात्र संघ के आह्वान पर दिल्ली के छात्रों ने नीट 2024 में अपमानजनक घोटाले के खिलाफ शिक्षा मंत्रालय पर विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों ने नीट 2024 की तत्काल पुनर्परीक्षा और एनटीए को पूर्ण रूप से भंग करने की मांग की है।
एनटीए ने कहा- हमने कोई मेल नहीं भेजा
एनटीए का कहना है कि उन्होंने छात्रा को ई-मेल पर फटी हुई ओएमआर शीट नहीं भेजी है. हालांकि एक छात्रा ने अपने लैपटॉप पर दिखाया था कि एनटीए की तरफ से उसको फटी हुई ओएमआर शीट का मेल भेजा हुआ है।