सुनील केशरवानी/कवर्धा। CG NEWS : विकासखंड बोडला में रोज रोज नए नए मामले खुल रहे है, कभी अधिकारी कर्मचारी समय में कार्यालय नहीं पहूचते, विकासखंड में निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार तो कभी मनरेगा कार्यों में गड़बड़ी हो रही है इसी कड़ी में विकासखंड बोड़ला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत घोंघा के रोजगार सहायक के द्वारा मनरेगा के कार्यों में भ्रष्टाचार के मामले को लेकर ग्राम जैताटोला के ग्रामवासियो द्वारा जनपद पंचायत बोड़ला बड़ी संख्या में महिला पुरुष पहुंचकर जाँच एवं कार्यवाही को लेकर ज्ञापन मुख्यकार्यपालन अधिकारी मनीष भारती को ज्ञापन सौपा गया।
ग्राम पंचायत वासियों द्वारा बताया गया कि ग्राम पंचायत घोंघा के आश्रित ग्राम जैताटोला, चाहटा में रोजगार सहायक के द्वारा जनमुलक निर्माण कार्य व मनरेगा में भारी भ्रष्टाचारी कर शासन के रूपया का गबन किया गया है।
ग्राम जैताटोला में मनरेगा के तहत जनक तालाब गहरीकरण स्वीकृति दिनांक 13.03.2024 एवं अंजोर तालाब गहरीकरण कार्य स्वीकृति दिनांक 01.09.2023, को स्वीकृत हुआ था। जिसे दिनांक 22.05.2024 को गांव वालो को कार्य कराया गया था । जब गांव वालो के द्वारा मस्टर रोल निकलवाया गया तब पता चला कि उक्त कार्य दिनांक 22.04.2024 एवं 09.05.2024 से प्रारंभ कर समाप्त किया जा चूका है और मजदूरी भी भुगतान किया जा चुका है। रोजगार सहायक के द्वारा मस्टर रोल मे फर्जी उपस्थिति अपने चहेते के नाम भरकर राशि गबन किया गया है।
ग्रामवासियो का कहना है कि 22.05.2024 के पूर्व उक्त दोनो तालाब में कोई कार्य नही हुआ है तो मस्टररोल कैसे भरा जाएगा इस विषय को लेकर जांच कर कार्यवाही कि मांग किया गया है।
ग्रामवासियों ने रोजगार सहायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि रोजगार सहायक बालका बाई पटेल कार्य स्थल में नहीं आती है अपने स्थान पर अपने पति सुखदेव पटेल को कार्य स्थल पर भेजती है। ज़ब ग्रामवासीयों के द्वारा किसी कार्य के बारे में जानकारी चाही जाती है तो जानकारी देने के वजाय अपशब्दो का प्रयोग करते हुऐ जो करना है, कर लो करके बोला जाता है। इस दरमियान बड़ी संख्या मे महिला पुरुष एकत्रित होकर जनपद पंचायत बोड़ला पहुँचे थे।
मनीष भारती (सीइओ जनपद पंचायत बोड़ला) – ग्रामवासियो द्वारा शिकायत आयी है ज्ञापन दिए है जाँच का आदेश दिया हूँ जल्द ही जाँच करने के लिए जाएंगे जाँच उपरांत ही कार्यवाही हो पाएगी।
नन्हू राम कावरे (ग्रामीण)— ग्राम पंचायत घोंघा के आश्रित ग्राम जैताटोला में रोजगार सहायक द्वारा फर्जीवाड़ा किया गया है इस माह मई में कार्य हुआ है जिसे वो पिछले माह अप्रैल में काम पूर्ण कर पैसा आहरित कर लिया है इस विषय की जानकारी तब हुई जब हमने मस्टर रोल निकाला, उन्होंने गलती भी स्वीकारी हैं रोजगार सहायक के पति ने , रोजगार सहायिका तो कार्य स्थल में आती है नही है, हमने जांच और कार्यवाही के लिए आवेदन दिया है ।
निलेश कुमार पटेल (ग्रामीण) — हमको नरेगा के तहत काम नही मिला है जो मिला है वो अवैध रूप से हो चुका है हमारे गांव में 400 मजदूर है बाहर आश्रित गांव से मजदूर लाकर उनकी मजदूरी डाली गई है । हमारे हक को मारा गया है जिसकी जांच कर कार्यवाही किया जाए।