एक 20 वर्षीय युवक की पांच दिन पुराना पास्ता खाने के बाद मौत हो गई। इस मामले के सामने आने के बाद से ही इसे लेकर चर्चा तेज हो गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक व्यक्ति की मौत ‘फ्राइड राइस सिंड्रोम’ के कारण हुई, जो बैसिलस सेरेस बैक्टीरिया के कारण होने वाली फूड पॉइजनिंग है।
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फ्राइड राइस सिंड्रोम बैसिलस सेरेस (बी. सेरेस) नामक बैक्टीरिया के कारण होने वाली फूड पॉइजनिंग है। यह सूक्ष्म बैक्टीरिया चावल और पास्ता जैसे स्टार्च रिच फूड आइटम्स पर रहना पसंद करता है, लेकिन यह लगभग किसी भी भोजन पर अपना प्रभाव छोड़ सकते हैं। इस बैक्टीरिया को पनपने के लिए समय और सही तापमान के कॉम्बिनेशन की जरूरत होती है।
लक्षण
फूज पॉइजनिंद के अन्य प्रकार की ही तरह, फ्राइड राइस सिंड्रोम के लक्षणों में निम्न शामिल हो सकते हैं:-
- दस्त
- बुखार
- उल्टी करना
- जी मिचलाना
- फ्राइड राइस सिंड्रोम से बचाव के लिए आपको निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए-
- कच्चे चावल और पास्ता को तब तक ठंडी, सूखी जगह पर रखें जब तक आप इसे पकाने के लिए इस्तेमाल न कर रहे हों।
- खाना बनाने, खाने या छूने से पहले अपने हाथ साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं।
- चावल या पास्ता अच्छी तरह पकाने के लिए उबलते पानी या राइस कुकर का इस्तेमाल करें।
- किसी भी पके हुए भोजन को दो घंटे से ज्यादा समय के लिए बाहर न छोड़ें। बचे हुए खाने को कंटेनर में डालकर तुरंत फ्रिज में रख दें।
- बचे हुए खाने को 165 एफ (73.8 सी) तक गर्म करें और खाने को सिर्फ एक बार ही दोबारा गर्म करें।
- अगर खाना पकाए हुए दो दिन से ज्यादा समय हो गया है, तो इसे फेंक दें। भले ही आपने इसे फ्रिज में ठीक से स्टोर किया हो।