नीट पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। बिहार पुलिस ने झारखंड के देवघर जिले से 6 लोगों को हिरासत में लिया है। एक अधिकारी ने बताया कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET में कथित अनियमितताओं के मामले में झारखंड के जनपद देवघर से छह लोगों को हिरासत में लिया है।
सडीपीओ (देवघर सदर) ऋत्विक श्रीवास्तव ने बताया, “बिहार पुलिस ने हमें सूचना दी थी। हमारी पहचान के आधार पर उन्हें हिरासत में ले लिया गया। सभी संदिग्धों को बिहार ले जाया गया है।” उन्होंने बताया कि संदिग्ध कथित तौर पर झुनू सिंह नामक व्यक्ति के घर पर रह रहे थे।देवघर पुलिस द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, उनकी पहचान परमजीत सिंह उर्फ बिट्टू, चिंटू उर्फ बलदेव कुमार, काजू उर्फ प्रशांत कुमार, अजीत कुमार, राजीव कुमार उर्फ कारू (सभी बिहार के नालंदा जिले के निवासी) और पंकू कुमार के रूप में हुई है।
मामले में अब तक कुल 13 आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
बिहार के अलावा भी कई राज्यों से आरोपी पकड़े गए हैं। बिहार के रोहतास जिले से एक चौथी पास ट्रैक्टर चालक को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस इस मामले में कुल 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें 38 वर्षीय बिट्टू सिंह भी शामिल है। चौथी पास बिट्टू सिंह पहले ट्रैक्टर चलाता था, लेकिन बाद में सिकंदर यादुवेंद्र का निजी ड्राइवर बन गया। सिकंदर का इस पेपर लीक में बेहद अहम रोल था। इसी वजह से बिट्टू को भी गिरफ्तार किया गया है।
ऐसे करते थे खेला
बताया जाता है कि ये सभी देवघर के झुन्नू सिंह के घर में मकान में किराए पर रह रहे थे। पकड़े गए युवकों में से एक गार्ड है और वर्तमान में एम्स में कार्यरत है। वह भी नालंदा का ही रहने वाला था और इन लोगों से पूर्व परिचित था।उस ने इन लोगों को किराए पर मकान दिलाया था। वे लोग यहां मजदूर बनकर रह रहे थे। चूंकि देवघर पुलिस को पटना पुलिस ने बताया कि ये लोग साइबर ठग है। इस कारण यहां की पुलिस भी मामले में बहुत ज्यादा सक्रिय नहीं हुई। हालांकि जब पता चला कि ये सभी नीट पेपर घोटाला में शामिल हैं तो सभी का होश उड़ गया। हालांकि, इस बारे में स्थानीय कोई भी पुलिस अधिकारी कुछ भी नहीं बता रहे हैं।