- बृजमोहन ने कहा केंद्रीय योजनाओं को अफसर गंभीरता से ले
रायपुर। Chhattisgarh : सांसद बनने के बाद बृजमोहन अग्रवाल अब केंद्रीय योजनाओं को लेकर एक्शन मोड में आ गए हैं। भारतमाला राष्ट्रीय राजमार्ग योजना के लिए अभनपुर क्षेत्र के किसानों की अधिग्रहित की हुई भूमि की मुआवजा राशि 78करोड़ अब तक नहीं मिला है। किसानों ने इस बात की शिकायत सांसद बृजमोहन अग्रवाल से की। जिस पर बृजमोहन अग्रवाल ने कमिश्नर संजय अलंग, कलेक्टर गौरव सिंह और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के आरओ एके सिंह को एक सप्ताह के भीतर मुआवजा राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक रायपुर विशाखापट्टनम राष्ट्रीय राजमार्ग भारत माला प्रोजेक्ट के तहत ग्राम भेलवाडीह, टोकरो, नायकबांधा उरला अभनपुर के कृषकों की अर्जित भूमि का मुआवजा राशि का भुगतान का आदेश 30 जून 2022 को पारित हो गया था। परंतु अभी तक भुगतान नहीं किया गया है। बताया गया कि नव पदस्थ एनएचआई के अधिकारी ने भुगतान राशि 30 प्रतिशत ज्यादा होने को लिए अपनी रिपोर्ट दे दी। जिसके चलते भुगतान का मामला अटक गया।
इस मामले में किसानों की शिकायत मिलने के बाद सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने संबद्ध समस्त अधिकारियों से फोन पर चर्चा की और एक सप्ताह के भीतर 75प्रतिशत राशि का भुगतान किसानों को किए जाने के निर्देश दिए।
अग्रवाल ने अधिकारियों के समक्ष नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आपने जमीन अधिग्रहण कर लिया है और बिना मुआवजा दिए निर्माण भी कर दिया, जो की अनुचित है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भूमि अधिग्रहण के बाद जब तक मुआवजा नहीं हो जाता किसानों की जमीन का उपयोग नहीं होना चाहिए, यही हमारी भाजपा सरकार की मंशा भी है। साथ ही कहा कि केंद्रीय योजनाओं को अफसर गंभीरता से ले लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
शिकायतकर्ता किसान अपेक्स बैंक के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज के नेतृत्व में पहुंचे थे। इस अवसर पर अभनपुर के नगर पालिका अध्यक्ष कुंदन बघेल, निशांत शर्मा, शांतनु सिन्हा,राजा राय,शिवनारायण बघेल, आदिक राव पाटिल,सुजाता यादव, प्यारेलाल आत्माराम, विष्णुराम, सुदामा, बसंत कुमार, अनिल भारती, नंदकुमार भारती, ओमलाल, रेखाराम, जगेश्वर, बुधारा बाई, तीरथराम राजेश सोनकर,देवकी साहू,दुष्यंत देवांगन
गणेशराम,कांति बाई ढीमर,कुवाँरबाई,झूली बाई यादव ,सतीश कुमार,विशाखा बाई, द्वारका यादव,अरुण यादव,घनश्याम पटेल, खेखीं बाई, शिव नारायण, राकेश बघेल
नामदेव, मनोहर यादव आदि किसान मौजूद थे।