Farming tips and tricks: अगर आप हल्दी की खेती करते हैं और इससे अधिक कमाई की चाहत रखते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हल्दी की फसल खुदाई के 2-3 दिनों बाद उसे उबालने से उसकी गुणवत्ता और बाजार मूल्य में काफी वृद्धि हो सकती है। आज हम आपको एक ऐसी जानकारी देने जा रहे हैं जिससे आप अपनी हल्दी की फसल से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।
हल्दी की अधिक कमाई लेने के लिए उसे उबालना बहुत जरुरी होता है. दरअसल, हल्दी के कंदों को अच्छी तरह धोने के बाद उसे उबाला जाता है. उबालते समय चूने के पानी और सोडियम बाईकार्बोनेट का प्रयोग किया जाता है. उबालने का काम गैल्वेनाइज्ड लोहे की कड़ाहियों में या मिट्टी और तांबे के बर्तन में करना चाहिए. वहीं, हल्दी को लगभग 45-60 मिनट तक उबालना चाहिए, जब तक झाग आना और एक विशेष प्रकार की गंध आना शुरू न हो जाए. साथ ही यह ध्यान रखना चाहिए कि हल्दी की गांठें पूरी तरह से उबल जाएं. उबली हुई गांठों को उंगली और लकड़ी से दबाकर देखना चाहिए. यदि उबली हुई गांठ पूरी तरह से दब जाए तो इसका मतलब है कि उबलने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है.
2-3 दिनों में करें ये काम
फसल खुदाई के 2-3 दिनों बाद ही हल्दी को उबाल लेना जरूरी होता है. मूल कंद (मदर राइजोम) और साथी कंदों (फिंगर्स) को अलग-अलग उबालना ही सही रहता है. साथ ही अच्छी प्रकार से उबाल लेने से हल्दी की सुखने की प्रक्रिया 10-15 दिन में पूरी हो जाती है, लेकिन अगर आप हल्दी को फसल कटाई के 2-3 दिनों के अंदर नहीं उबालते हैं तो इसे सूखने में 30-35 दिन का समय लगता है.
हल्दी सुखाने की प्रक्रिया
हल्दी को उबालने के बाद उसे सुखाने के लिए बांस की चटाई या दरी का इस्तेमाल करना चाहिए. 5-7 सेंटीमीटर मोटाई की परत बनाकर हल्दी को धूप में सुखाया जाता है. वहीं, रात के समय इकट्ठा कर लेना चाहिए. धूप में हल्दी को सुखने में 10 से 15 दिनों में समय लगता है. इन सभी कामों को करने से किसानों को मार्केट में हल्दी के बेहतर दाम मिलते हैं.