जानी-मानी अभिनेत्री Hina Khan ने हाल ही में एक पोस्ट शेयर (post share)कर यह जानकारी दी कि वह Breast Cancer की तीसरी स्टेज पर हैं। एक्ट्रेस ने यह भी बताया कि इस बीमारी का पता चलने के बाद से ही उनका इलाज चल रहा है।
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वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक ब्रेस्ट कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें असामान्य ब्रेस्ट सेल्स कंट्रोल से बाहर हो जाती हैं और ट्यूमर का रूप ले लेती हैं। अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह ट्यूमर पूरे शरीर में फैल सकता है और जानलेवा साबित हो सकता है। यह कैंसर(cancer) सेल्स मिल्क डक्ट्स और/या ब्रेस्ट के दूध प्रोड्यूस करने वाले लोबूल के अंदर विकसित होते हैं। इसे स्तन कैंसर के नाम से भी जाना जाता है।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण क्या है?
शुरुआत में ज्यादातर लोगों को इस कैंसर के लक्षणों के बारे में पता नहीं चलता है। यही वजह है कि अधिकांश मामलों में इसका जल्दी पता नहीं चल पाता है। ऐसे में कुछ लक्षणों पर ध्यान देकर इसका जल्द निदान करना आसान हो सकता है।
ब्रेस्ट कैंसर के कारण(reason )
कई शोध से पता चलता है कि ऐसे कई जोखिम कारक हैं, जो इस कैंसर के विकास की संभावना को बढ़ा सकते हैं। डॉक्टर कहते हैं कि स्तन कैंसर का सटीक कारण अज्ञात है, लेकिन इसके लिए जिम्मेदार कई जोखिम कारकों की पहचान की गई है। इनमें जेनेटिक म्यूटेशन (जैसे बीआरसीए1 और बीआरसीए2), पारिवारिक इतिहास, उम्र, एस्ट्रोजन के लंबे समय तक संपर्क, शराब का सेवन और मोटापा जैसे जीवनशैली से जुड़े कारक शामिल हैं। इसके अन्य कारणों में निम्न शामिल हैं:-
- 55 वर्ष या उससे अधिक उम्र का होना।
- महिलाओं इसके विकसित होने की अधिक संभावना है।
- अगर आपके परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है या इसका इतिहास रहा है, तो आपको यह बीमारी होने का खतरा है।
- तम्बाकू का इस्तेमाल ब्रेस्ट कैंसर सहित कई अलग-अलग प्रकार के कैंसर से जुड़ा हुआ है।
- शोध से पता चलता है कि अल्कोहल युक्त ड्रिंक्स पीने से स्तन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
- जरूरत से ज्यादा वजन या मोटापा होना
- अगर आपने पहले रेडिएशन थेरेपी ली है, तो आपको स्तन कैंसर होने की ज्यादा संभावना है।
- हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एचआरटी) लेने वाले लोगों में भी इस स्थिति का निदान होने का जोखिम अधिक होता है।
बचाव
- इससे बचाव के उपाय बताते हुए डॉक्टर ने कहा कि जल्द पता लगाने के लिए नियमित आधार पर मैमोग्राम और सेल्फ एग्जामिनेशन जरूरी हैं।
- स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर भी इसके खतरे को कम किया जा सकता है। लाइफस्टाइल से जुड़े इन बदलावों में धूम्रपान से बचना, कम शराब पीना, नियमित व्यायाम करना और हेल्दी डाइट लेना शामिल है।
- इससे बचने के लिए हाई रिस्क वाले व्यक्ति डॉक्टर की सलाह पर प्रीवेंटिव सर्जरी या टैमोक्सीफेन जैसी दवाओं की मदद ले सकते हैं।
- ब्रेस्ट कैंसर के बारे में लोगों को जागरूक करने और उन्हें शिक्षित करने से भी काफी हद तक इस बीमारी से बचा जा सकता है।