उत्तर प्रदेश के जिला हाथरस में एक भयानक हादसा हो गया है. हादसे में 122 लोगों की मौत हो गई है। स्थानीय लोगों के अनुसार, सूरज पाल, या भोले बाबा कासगंज जिले के पटियाली क्षेत्र के बहादुर नगर के रहने वाले हैं. उन्होंने उपदेशक बनने के लिए 17 साल पहले राज्य पुलिस की नौकरी छोड़ दी थी.बता दें कि भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है।
उत्तर प्रदेश से आगे राजस्थान और मध्य प्रदेश तक फैले हुए हैं, लेकिन उपदेशक और उनके अनुयायी दोनों ही मीडिया से दूरी बनाए रखते हैं. एक भक्त के मुताबिक, भोले बाबा का कोई धार्मिक गुरु नहीं था. सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के तुरंत बाद उन्हें देवता के ‘दर्शन’ हुए. तब से उनका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ हो गया. भोले बाबा हर मंगलवार को अपना ‘सत्संग’ आयोजित करते थे और हाथरस से पहले उन्होंने पिछले हफ्ते मैनपुरी जिले में भी ऐसा ही आयोजन किया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथरस में हुई भगदड़ पर गहरा दुख व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथरस में हुई भगदड़ पर गहरा दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर दो दिवसीय बहस के जवाब के दौरान मोदी ने मौत पर शोक व्यक्त किया. पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा, “चर्चा के बीच मुझे भी दुखद समाचार मिला है. मेरे संज्ञान में आया है कि यूपी के हाथरस में भगदड़ में कई दुखद मौतें हुई हैं.” उन्होंने कहा, “मैं इस घटना में जान गंवाने वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.”