ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर चारों तरफ से घिरती नजर आ रही हैं। प्राइवेट गाड़ी में नीली-लाल बत्ती लगाने से शुरू हुआ बवाल अब उनकी आईएएस की उम्मीदवारी तक पहुंच गया है। केंद्र सरकार ने उनके दावों की जांच के लिए समिति का गठन कर दिया है।
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जानकारी के अनुसार आईएएस पूजा खेडकर की उम्मीदवारी के दावों और अन्य विवरणों को सत्यापित करने के लिए भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव रैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी की अध्यक्षता में एक सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति 2 सप्ताह में सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
कौन हैं आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर?
पुणे की रहने वाली ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर का नाम इस समय काफी चर्चा में है। पूजा खेडकर को अपने पद का गलत इस्तेमाल करने के आरोपों के बाद पुणे से महाराष्ट्र के वाशिम जिले में ट्रांसफर कर दिया गया है। पूजा खेडकर अब वाशिम की कलेक्टर होंगी। पूजा खेडकर को लेकर कई नए खुलासे सामने आ रहे हैं। उनमें से एक ये जानकारी सामने आई है कि उनके पास अकूत संपत्ति है। पता चला है कि पूजा खेडकर की सालाना कमाई 42 लाख रुपये है। वहीं उनके पास 17 करोड़ से भी ज्यादा की संपत्ति है। पूजा की संपत्ति, नियुक्ति और पद का गलत इस्तेमाल करने को लेकर इस समय विवाद खड़ा हो गया हाे है। पूजा खेडकर प्रोबेशन के दौरान अवैध मांग करने को लेकर विवादों में घिर गई हैं। पुणे कलेक्टर सुहास दिवासे ने खेडकर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि, खेडकर परिवार का यह पहला मामला नहीं है। उनके पिता और पूर्व सिविल सेवक दिलीप खेडकर पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं।