गेंदे का फूल न केवल अपने खूबसूरत रंग और खुशबू के लिए जाना जाता है, बल्कि यह किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक फसल भी है। आइए जानते हैं कैसे करें गेंदे फूल की खेती।
गेंदे की खेती करने के लिए सबसे पहले आपको उपयुक्त जलवायु और मिट्टी का चयन करना होता है। गेंदे की फसल के लिए हल्की दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है, जिसमें जल निकासी की सुविधा हो।
1. जलवायु और मिट्टी:
– गेंदे की फसल के लिए 18-20 डिग्री सेल्सियस तापमान आदर्श होता है।
– मिट्टी की पीएच स्तर 6.0 से 7.5 के बीच होनी चाहिए।
2. *बुवाई:*
– गेंदे के बीजों को 2-3 सेंटीमीटर गहराई में बोना चाहिए।
– बीजों को 20-25 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाना चाहिए।
3. *सिंचाई:*
– बुवाई के तुरंत बाद हल्की सिंचाई करें।
– गर्मियों में 7-10 दिनों के अंतराल पर और सर्दियों में 15-20 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करें।
4. *खाद और उर्वरक:*
– बुवाई से पहले 10-15 टन गोबर की खाद प्रति हेक्टेयर के हिसाब से डालें।
– फूल आने के समय नाइट्रोजन और पोटाश का उपयोग करें।
5. रोग और कीट नियंत्रण:
– गेंदे की फसल में मुख्य रूप से फफूंदी और माइट्स का खतरा होता है।
– जैविक और रासायनिक उपायों से रोगों और कीटों का नियंत्रण किया जा सकता है।
6. कटाई और विपणन:
– गेंदे की फूलों की कटाई फूल खिलने के 60-70 दिनों बाद की जाती है।
– ताजगी बनाए रखने के लिए फूलों को सुबह जल्दी काटना चाहिए।
इस प्रकार गेंदे की खेती करके किसान अच्छी आमदनी कमा सकते हैं। सही तकनीक और समय पर ध्यान देकर आप भी गेंदे की खेती को एक सफल व्यवसाय बना सकते हैं।