डभरा ब्लॉक से लगे ग्राम हल्दी डीह में पहुंच मार्ग बहुत ही बत से तदतर होने के कारण ग्रामीणों ने आवेदन निवेदन के माध्यम से, शासन को अवगत कराया था! परंतु उनके आवेदन पर ,आज तक विचार नहीं हुआ ! अंत में थक हार कर ,उनके द्वारा चक्का जाम करने का ज्ञापन अधिकारियों को सौंप दिये है।
हम बात कर रहे हैं सक्ती जिले के अंतर्गत, आने वाले जनपद पंचायत डभरा के समीपस्थ ग्राम, हारदीडिह का, जहां सड़क तो है ,परंतु सड़क और कीचड़ इस तरह से मिल गया है, कि लोगों को समझ में नहीं आता की सड़क पर चल रहे हैं ,कि टीचर मे,इसमें रास्ते मे आने जाने वाले लोग, दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं ,। उस गांव से पढने आने वाले विद्यार्थी कयी दिनों तक ,स्कूल तक नहीं पहुंच पाते हैं !क्यों कि इस गांव में कक्षा पांचवी तक की शिक्षा की व्यवस्था है ,और आगे की पढ़ाई के लिए ,उन्हें समीपस्त गांव डभरा आना पड़ता है। सड़क खराब होने की वजह से बच्चे पूरे बरसात भर स्कूल नहीं आ पाते हैं । कोई बच्चा अति उत्साह में निकल जाता है, उस किचड से भरे सडक मे गिर गिर कर ,वह बच्चा जब स्कूल पहुंचता है ,तो उसका स्कूल ड्रेस ही गंदा हो जा रहा है । क्योंकि सड़क पर चलते फिसल कर बच्चा गिर जाता है । जब स्कूल पहुंचता है तो उसकी हालत यह ना रही , कि वह स्कूल में जाकर बैठ सके । वही यदी कोई बिमार पड जाए तो उसे खाट से या ट्रेक्टर मे डालकर हास्पिटल लाना पडता है । सडक इतना खबरा है की आपातकालिन वाहन वहां नही पहुंच पाता।
चक्का जाम करने का ज्ञापन जवाबदार अधिकारियों को सौंप दिया
ग्रामीणों द्वारा आवेदन निवेदन करके थक जाने के बाद ,आज अंतत उन्होंने 22 जुलाई को चक्का जाम करने का ज्ञापन जवाबदार अधिकारियों को सौंप दिया है। उनका कहना है हमें नया सड़क बनाकर नहीं देना है ,तो मत दीजिए ! हमारे गांव के सडक को कम से कम बरसात में चलने लायक बन दिजिए । इतना तो व्यवस्था कर दीजिए, परंतु उनकी समस्याओं का निराकरण आज तक नही किया गया । और ना ही सड़क बनाने की दिशा में कोई पहल किया जा रहा है ! ग्रामीणों की माने अभी भी चक्का जाम के लिए तैयार नहीं है, लेकिन मजबूरी यह आ गई है, कि जब तक चक्कर जाम नहीं करेंगे शासन प्रशासन के कान नहीं खुलेंगे। उनका जवाब सुनकर ऐसा लग रहा है, कि वह चक्का जाम के पक्ष में नहीं है! लेकिन मजबूरी में वह चक्का जाम के इस आंदोलन की ओर खींचे जा रहे हैं! आईए सुनते हैं क्या बता रहे है जवाब दे रहे हैं