Shivpuri News : शिवपुरी जिले के नरवर तहसील के मगरौनी में एक 18 साल के युवक की मौत सोमवार की रात हुई हैं। बताया गया हैं कि सांप के काटने के बाद परिजन 3 घंटे तक झाड़फूंक में लगे रहे थे। झाड़फूंक से आराम न मिलने के बाद परिजन युवक को ग्वालियर के अस्पताल लेकर पहुंचे थे। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
जानकारी के मुताबिक, मगरौनी का रहने वाला 18 साल का निर्मल रजक पुत्र पप्पू रजक रात 11 बजे पेशाब के लिए उठा था। इसी दौरान उसे सांप ने काट लिया था। लेकिन परिजन निर्मल को अस्पताल न जाते हुए किसी स्थान पर करीब तीन घंटे तक झाड़फूंक करवाते रहे। जब निर्मल को आराम नहीं मिला तब परिजन निर्मल को ग्वालियर के अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन डॉक्टर ने निर्मल को मृत घोषित कर दिया। आज सुबह निर्मल के शव को मगरौनी लाया गया।
सर्पदंश की सूचना मिलने के बाद सर्पमित्र सलमान पठान मगरौनी मृतक के घर पहुंचे जहां उन्होंने मृतक के सर्पदंश के निशान देखकर बताया कि निर्मल को भारत के सबसे जहरीले सांप कोमल करेत ने काटा था। सर्पदंश के बाद झाड़फूंक में नहीं उलझना चाहिए था। दुनिया के कई किस्म के सांप होते हैं। कुछ सांप जहरीले नहीं होते हैं। जिनके काटने से मौत नहीं होती हैं।
ऐसे ही मामलों में लोग बच जाते हैं लेकिन लोग इसे झाड़फूंक से बचना मान लेते हैं। इस मामले जहरीले सांप ने काटा था। जिससे निर्मल की जान नहीं बच सकी थी। सर्प मित्र सलमान पठान ने कहा कि पहले सर्पदंश के मामले में पहले अस्पताल जाना चाहिए फिर आराम न मिले तब झाड़फूंक के चक्कर में पढ़ना चाहिए। बता दें कि सर्प मित्र सलमान पठान 28 दिनों के भीतर 21 लोगों की जान मौके पर पहुंचकर उनका जहर निकालकर बचा चुके हैं।