यदि आप भानुप्रतापपुर में है तो जरा संभलकर चलिए। अहिस्ते चलिए। यहां चप्पे-चप्पे पर हादसों को न्योता है। नजर हटी दुर्घटना घटी का स्लोगन यहीं के लिए है। दरअसल यहां की सड़कों पर गडढे नहीं है बल्कि गड्डों में ही सड़क है। चाहे भानुप्रतापपुर से सम्बलपुर हो, ओवर ब्रिज हो, या अंतागढ़ रोड, कांकेर रोड या दल्ली रोड सभी सड़कों पर या तो काम कुछ समय पहले हुआ है या तो कुछ में काम चल रहा है फिर सभी सड़को का हाल बेहाल है।
सड़कों पर हादसे की शिकायतें तमाम है। ग्रेंड न्यूज की टीम ने सड़क पर गड्डों की पड़ताल की तो वास्तव में स्थित भयावह है। जानलेवा है। बारिश में यह और खतरनाक हो जाता है। दरअसल बारिश में गड्डों का पता नहीं चलता। यदि आप गड्डों से बचते सही सलामत पहुंच गए तो आप खुशकिस्मत है। भारी वाहनों ने इन गड्डों को और विकराल बना दिया
ओवरब्रिज में और मुख्य सड़क में भी गड्ढे
भानुप्रतापपुर से संबलपुर जाने वाले मार्ग पर ओवरब्रिज तथा भानुप्रतापपुर के मुख्य मार्गों पर बड़े बड़े गड्ढे हो गए हैं। भीड़ की वजह से लोगों को अक्सर गड्ढे दिखाई नहीं देते, नतीजा कई बार दोपहिया वाहन चालक हादसे का शिकार हो जाते हैं।
बारिश में और जानलेवा
बारिश के समय बारिश का पानी इन गड्ढो में भर जाता है। जिन्हें पता है वो तो साइड से निकल जाते हैं, अक्सर अंजान लोग धोखा खा जाते हैं। पानी भरा होने की वजह से गड्ढा समझ नहीं आता और दोपहिया वाहन चालक इसी में गिर जाते हैं।
गुणवत्ता पर सवाल
अब शहर की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाया जा रहा है। कोई भी सड़क साल भर से ज्यादा नहीं चल पा रही है। सड़क बनाकर तीन साल तक चलने का दावा किया जा रहा है, पर सड़क तीन साल में ही खराब हो जाती है,पिछले कई महीनो से लगातार भानुप्रतापपुर के खराब सड़कों की खबर चल रही थी , पर विभाग ने गंभीरता पूर्वक नहीं लिया,, अब बरसात आ गई है अब तो डामरीकरण होना संभव नहीं है ।
अभी तक सड़क का कार्य पूरा भी नही हुआ और उखड़ गई सड़क जाने ज़िम्मेदार अधिकारी ने क्या कहा फाइनल किया जायेगा अभी संबलपुर तरफ काम चल रहा है,यदि रोड खराब हुआ है तो इधर बनाया जाएगा ।
एसडीओ गणवीर लोक निर्माण विभाग भानुप्रतापपुर