रायपुर। CG VIDHANSABHA : ”छत्तीसगढ़ में मानसून सत्र के चौथे दिन राजेश मूणत ने कौशल्या विहार के गजराज तालाब का सदन में मुद्दा उठाया, राजेश मूणत ने कहा की तालाब के आसपास की जमीन आमोद प्रमोद में इस्तेमाल होनी थी, लेकिन नियम के विरुद्ध जाकर आरडीए ने लैंड का यूज बदल दिया, और बिना टीएनसी से अनुमति लिए ले आउट कैसे बदला जा सकता है, वही इस सवाल पर मंत्री ओपी चौधरी ने जवाब देते हुए कहा की, मामले की जांच होगी, और दोषी पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ करवाई भी होगी, साथ ही टेंडर शर्तो का परीक्षण भी कराएंगे, और तालाब के आसपास की जमीन का इस्तेमाल आमोद प्रमोद के रूप में ही होगा।
प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक राजेश मूणत ने कहा कि कमल विहार की 1600 एकड़ जमीन जो गजराज तालाब के आस पास था उसका सौंदर्यीकरण करने की योजना आरडीए ने बनाई थी। मास्टर प्लान के अनुसार यह भूखंड आमोद प्रमोद के लिए आरक्षित रखी गई थी परंतु पूर्ववर्ती सरकार ने इसका लैंड यूज बदले बिना इसका टेंडर निकालकर निजी कंपनी को नियमों के विपरित एम्यूजमेंट पार्क बनाने के लिए दे दिया जबकि नियम ये कहता है कि ऐसे किसी भी प्रोजेक्ट के लिए भूखंड के दस्तावेज टाउन एंड कंट्री प्लानिंग में भेजकर उसका लैंड यूज बदला जाए। मूणत ने इसकी जांच की मांग करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।
आवास एवम पर्यावरण मंत्री ओ पी चौधरी ने बताया कि वर्ष 2018 में इसके सौंदर्यीकरण की योजना बनाई गई थी परंतु बाद में इसका व्यवसायिक उपयोग का निर्णय लिया है जिसके तहत एम्यूजमेंट पार्क के लिए टेंडर 3 बार निकाला गया तब कही जाकर फाइनल हुआ था। ठेका लेने वाली कंपनी को ही इसके लैंड यूज बदलने की जिम्मेदारी दी गई थी। विभागीय मंत्री ने सदन को आश्वस्त कराया कि इस योजना में अगर कही गड़बड़ी हुई है तो उसकी जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे।