क्या आप जानते हैं मंत्र का प्रयोग कब किया जाता है । जब आपको कुछ समझ ना आ रहा हो, मन निराशा से घिर गया हो तब आप इन मंत्रों का प्रयोग कर जीवन पथ पर आगे बए़ सकते हैं । मंत्रों के साथ एक बात जिसका ध्यान रखना जरूरी है वो है इनका सही उच्चारण । ये मंत्र संस्कृत भाषा में कहे जाते हैं इसलिए इसका उच्चारण जानकर ही इनका प्रयोग करें । मंत्र तीन प्रकार के बताए गए हैं सात्विक, तांत्रिक और साबर मंत्र ।
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शुद्ध और पवित्र होकर करें मंत्र का जाप
रुद्र देव महादेव का ये मंत्र मृत्यु पर भी विजय दिलाता है । इस मंत्र का उच्चारण करते हुए आपका तन और मन से पवित्र होना आवश्यक है । इस मंत्र के प्रयोग के साथ शिव की विशेष पूजा भी आवश्यक है । इसके लिए शिवलिंग पर दूध मिला जल और धतूरा चढ़ाएं । प्रतिदिन इस मंत्र को 108 बार जाप करें । घर में कोई व्यकित बीमार है या अस्पताल में भती है तो नियमपूर्वक इस मंत्र का जाप करें । इस मात्र को जपने वाले शुद्धता का ध्यान रखें ।
मोक्ष प्रदान करता है यह मंत्र
इस मंत्र से आप भलिभांति अवगत हैं । ये मंत्र सिद्धि और मोक्षदायी गायत्री मंत्र है । जी हां, कहने में सरल और प्रभाव में अचूक । गायत्री मंत्र का प्रतिदिन पाठ आपको सांसारिक मोह माया से दूर करता है और अंतिम समय में मोक्ष की प्राप्ति कराता है । मंत्र इस प्रकार है – ।।ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।। मंत्र का अर्थ है – उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अंत:करण में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे।
मंत्र का अचूक प्रभाव
गायत्री मंत्र स्वयं सिद्ध वैदिक मंत्र है । इसके जप से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है । मंत्र के साथ ईश्वर की साधना करने से मनोकामना पूर्ण होती है । ये मंत्र मनुष्य को सांसारिक दुखों से ऊपर रखता है ।