रायपुर। CG VIDHANSABHA : सत्ता पक्ष के विधायक मोतीलाल साहू ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से यह मामला उठाते हुए राजधानी में मलेरिया और डायरिया की रोकथाम में विभाग की नाकामी की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित कराया । चर्चा में भाग लेते हुए विपक्ष के विधायकों ने बताया कि 12 करोड़ की दवाइयां जो एक्सपायर हो गई थी उसे फेंक दिया गया, इसके अलावा 2019 में पूर्ववर्ती सरकार ने मलेरिया, डायरिया की रोकथाम के लिए जो कार्यक्रम चालू किया था उसे बंद कर दिया गया। नेता प्रतिपक्ष Dr चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस विधायक रामकुमार यादव समेत विपक्ष के अन्य सदस्यों प्रदेश में लगातार हो रही मौतों के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
विपक्ष के आरोपो का जवाब देते हुए विभागीय मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि प्रदेश में डायरिया से एक भी मौत नहीं हुई है, वहीं मलेरिया से 15 मौत की बात उन्होंने स्वीकार की। उन्होंने बताया कि उनके विभाग की टीम घर घर जाकर मलेरिया और डायरिया टेस्ट कर रही है। इसके अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गांव गांव में मेडिकेटेड मच्छरदानी का वितरण कर रही हैं। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर कांग्रेस विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन की कार्यवाही से वॉकआउट कर दिया।