अतुल शर्मा/ दुर्ग। CG NEWS : ज़िले में एक ऐसा मामला सामने आया है। जहां एक दोस्त ने अपने ही दोस्त को आर्थिक मदद का झांसा दिया और उसके करंट अकाउंट की चेक बुक पासबुक और एटीएम अपने पास रख लिया और इतना ही नहीं खाते में एक करोड़ 10 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन भी कर दिया। करोड़ो का लेनदेन होने के बाद जब खाताधारक को पता चला तो वह परेशान हो गया और खुर्सीपार थाने में शिकायत दर्ज कराई है। वहीं खुर्सीपार टीआई ने बताया इस मामले में महादेव सट्टा एप से एंगल से भी विवेचना की जा रही है।
एक शातिर युवक ने अपने ही दोस्त के बैंक खाते का इस्तेमाल कर एक ही दिन में एक करोड़ 10 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन कर लिया। जिसमे आरोपियों ने पीड़ित दोस्त की आर्थिक मदद का झांसा देकर उसके करंट एकाउंट की चेकबुक, पासबुक और एटीएम लेकर उसके खाते में लगातार ट्रांजैक्शन किए गए। लेकिन जब पीड़ित को बैंक से फोन आया तो उसके होश उड़ गए। वर्तमान में खाते में माइनस 68 लाख रुपए बैलेंस बता रहा है, रिपोर्ट पर आरोपी आयुष थदानी और सतबीर सिंह खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
दरअसल भिलाई के न्यू खुर्सीपार के गणेश चौक में रहने वाला रजत शर्मा इवेन्ट मैनेजमेंट का कार्य करता है। कंपनी का नाम आर.एस. इवेन्टस है जो कि अपने फर्म के लेनदेन के लिए आईसीआईसीआई बैंक की नेहरू नगर शाखा में उसका अकाउंट हैं। 18 जुलाई को रजत ने अपने मित्र आयुष थदानी से 50 हजार की मदद मांगी। इस पर आयुष ने अपने परिचित से पैसा दिलाने का आश्वासन दिया, साथ ही उसके खाते का नंबर और कॉर्पोरेट अकाउंट का नंबर मांग लिया। अगले दिन सुबह 11 बजे उसका मित्र आयुष उसके घर पहुंचा और उसके खाते की चेकबुक और एटीएम कार्ड ले लिया। इसके बाद सतबीर सिंह ने आयुष थदानी के खाते में क्रमशः 10 हजार एवं उसके बाद 40 हजार रुपए ऑनलाइन भेज दिए। इसके बाद आयुष ने एटीएम से 50 हजार रुपए कैश दे दिए। वहीं सतबीर सिंह और आयुष ने उसकी सिम को 20 जुलाई को लौटाने की बात कही, इसी बीच उसी दिन शाम 5 बजे बैंक से शाखा में आने के लिए कॉल आया, इस पर 22 जुलाई को बैंक पहुंचने पर मैनेजर से पता चला कि खाते में अत्यधिक लेन-देन होने के कारण खाते को ब्लाक कर दिया गया है। बोला गया कि जब तक इस राशि के संबंध में जानकारी प्रदान नहीं करेंगे। तब तक यह खाता ब्लॉक ही रहेगा। खाते का स्टेटमेंट निकालने पर पता चला कि एक ही दिन में खाते से एक करोड़ दस लाख रुपए का निकासी की गई। इसके अलावा खाते में लीन एमाउंट माइनस 68 लाख 71 हजार 153 रुपए दर्शा रहा था। सतबीर और आयुष को इसकी जानकारी देने पर दोनों अपनी बातों से मुकर गए। लेकिन यह मामला जब पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने इस मामले को महादेव ऑनलाइन सट्टा एप से जोड़कर भी विवेचना कर रही है। क्योंकि महादेव ऑनलाइन सट्टा एप को लेकर ही लगातार बड़ी रकम के लेनदेन की शिकायतें पुलिस को मिलती रही है। फिलहाल पुलिस दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना कर रही है।