सरिया। Sariya News : जर्जर शाला भवन के चलते प्राथमिक शाला के बच्चों को भेड़ बकरियों की तरह सामुदायिक भवन में बैठा कर अध्यापन कार्य किया जा रहा है। सरिया तहसील अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला ठेंगागुडी में शाला भवन की हालत जर्जर होने पर सामुदायिक भवन में विद्यालय का संचालन हो रहा है। एक कमरे में 23 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। विद्यालय में 1 से 5 तक की कक्षाओं की पढ़ाई होती है। विद्यालय में तीन शिक्षक कार्यरत हैं। जिसमें दो शिक्षक प्राथमिक शाला ठेंगागुडी में अध्यापन कार्य करते हैं। जबकि तीसरा शिक्षक को अटैच के रूप में दूसरे शाला भेजा गया है।
प्रभारी प्रधान पाठक ने बताया कि शासकीय प्राथमिक शाला कई सालों से जर्जर स्थिति में है। शाला की दीवारें ध्वस्त हो चुकी है। तथा छत में दरारें पड़ी है । कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है। कक्षा 1 से लेकर 5 तक के बच्चों को एक साथ बैठकर पढ़ाई करते हैं। सभी कक्षा का पाठ्यक्रम और किताबें अलग-अलग है। ऐसे में बच्चों का भविष्य भी अधर में है। शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण भवन का निर्माण नहीं हुआ है। इस संबंध में प्रभारी प्रधान पाठक ने बताया कि कई बार इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई। इसके बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया गया।
एक छात्रा ने कहा कि एक ही जगह बैठने के कारण पढ़ाई सही नहीं हो पाती। सभी बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते हैं। सुविधाओं का अभाव है। मध्यान्ह भोजन के लिए छात्र-छात्राओं को दूसरे जगह जाना पड़ता है। यहां शौचालय के भी ठीक ढंग से नहीं है। बताया जाता है कि गांव में अमृत जल मिशन के तहत पानी टंकी का निर्माण हो रहा है और गांव में पेयजल सप्लाई हेतु ठेकेदार ने पाइप एवं अन्य सामग्री को सामुदायिक भवन में गोदाम बना कर रख लिया है। जिसके कारण स्कूल के बच्चों को हमेशा डर रहता है कि प्लास्टिक पाइप में कहीं जहरीले सांप ,बिच्छू का डेरा बना कर न रह जाए। इस भय से स्कूल प्रशासन भी दहशत में है।
बड़ा बदहाली से जूझ रहे स्कूल की सुविधा लेने कोई जिम्मेदार नहीं पहुंचे हैं वर्षा एंव नई शिक्षा सत्र के पूर्व स्कूल का निरीक्षण कर सुधार कार्य की व्यवस्था करने का प्रयास शायद किसी ने नहीं किया। नई शिक्षा सत्र 16 जून से प्रारंभ हुआ है। लेकिन यहां 29 जुलाई को सामुदायिक भवन में स्कूल का संचालन की जा रही है । इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि बाकी के दिनों में स्कूल कहीं पेड़ के नीचे तो नहीं लगती होगी। इन सभी हालातो से गुजरते हुए सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के सरिया क्षेत्र के ग्राम ठेंगागुडी में आज भी मूलभूत सुविधा के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं।
आजादी के 76 साल बाद भी ग्राम ठेंगागुडी में पहुंच मार्ग भी नहीं है। स्कूल एवं अन्य सुविधाओं की बात करें तो यहां की हालत देखकर पालक अपने बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं। ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग से मांग किया है कि गांव में नवीन शाला भवन निर्माण के साथ वर्तमान में सामुदायिक भवन को ठीक ढंग से की जाए। ताकि बच्चों की पढ़ाई हो सके। अन्यथा बदहाली के बीच बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं।