घोड़ाडोंगरी (बैतूल). BIG NEWS: घोड़ाडोंगरी तहसील के दानवाखेड़ा गांव में सड़क नहीं होने के कारण शव को पोस्टमार्टम के लिए पहुंचने के लिए पुलिस और ग्रामीणों को शव को कंधे पर रखकर करीब 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। वही पोस्टमार्टम करने के बाद दोबारा घर ले जाने के लिए भी ग्रामीणों को शव को कंधे पर रखकर 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। यह तस्वीर सरकार के विकास की पोल खोलती नजर आ रही है।
जहां सरकार गांव-गांव पक्की सड़क का दावा करती है।वही घोड़ाडोंगरी तहसील के दानवाखेड़ा गांव से रामपुर तक करीब 10 किलोमीटर तक पक्की सड़क नहीं होने के कारण आज भी ग्रामीण कीचड़ भरी कच्ची सड़क से आवाजाही करते हैं। बारिश में तो कच्ची सड़क इतनी खराब हो जाती है कि गांव में कोई वाहन नहीं पहुंच पाता। ग्रामीण कई वर्षों से गांव में सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी मांग आज भी मांगी बनकर ही रह गई है।