महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे कड़े तेवर में दिखाई दे रहे हैं। वह अपनी सभाओं में जमकर मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। उसी क्रम में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को बीजेपी पर सरकार बनाने के लिए राजनीतिक दलों को तोड़कर ‘सत्ता जिहाद’ में लिप्त होने का आरोप लगाया। दरअसल केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने ठाकरे को ‘औरंगजेब फैन क्लब’ का प्रमुख बता दिया था। इस तंज से ठाकरे काफी भड़के हुए हैं।
पुणे में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, ‘अगर मुसलमान हमारे साथ हैं और हम उन्हें अपना हिंदुत्व समझाते हैं, तो हम (बीजेपी के अनुसार) औरंगजेब फैन क्लब हैं। और आप जो कर रहे हैं वह सत्ता जिहाद है।’ उन्होंने ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन’ योजना को लेकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा और उस पर ‘रेवड़ियां’ देकर मतदाताओं को रिश्वत देने का आरोप लगाया। आइए जानते है कौन हैं अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली, जिनको लेकर देश का सियासी पारा चढ़ा हुआ है।
कौन है अहमद शाह अब्दाली?
अहमद शाह अब्दाली, जिन्हें अहमद शाह दुर्रानी भी कहा जाता है, 1748 में नादिरशाह की मृत्यु के बाद अफगानिस्तान के शासक बने और उन्होंने दुर्रानी साम्राज्य की नींव रखी। उन्हें अफगान कबीलों की एक पारंपरिक सभा, जिरगा ने शाह चुना था। यह सभा कंधार में हुई थी, जो पश्तूनों का गढ़ माना जाता है। अब्दाली ने 25 साल तक राज किया। जब उन्हें राजा बनाया गया, तो साबिर शाह नाम के एक सूफी संत ने उन्हें ‘दुर-ए-दुर्रान’ की उपाधि दी, जिसका अर्थ है ‘मोतियों का मोती’। इसके बाद से, अहमद शाह अब्दाली और उनके कबीले को दुर्रानी के नाम से जाना जाने लगा। अब्दाली, पश्तूनों और अफगान लोगों का एक महत्वपूर्ण कबीला है। अहमद शाह अब्दाली का साम्राज्य बहुत बड़ा था। यह पश्चिम में ईरान से लेकर पूर्व में भारत के सरहिंद तक फैला था।
‘देवेंद्र फडणवीस में चुनौती देने की क्षमता नहीं’
ठाकरे ने फडणवीस के दावों को खारिज करते हुए अपना तीखा हमला जारी रखा. उन्होंने कहा, “आपने कहा कि मेरे साथ खिलवाड़ मत करो. आपके पास इतनी क्षमता नहीं है कि हम आपके साथ खिलवाड़ कर सकें.” ठाकरे ने कहा, “जो लोग विनाश करते हैं, वे सत्ता में नहीं रह सकते. इसलिए मैं कहता हूं कि या तो आप रहेंगे या मैं रहूंगा.”