रिपोर्टर वीरेंद्र सोनी/रायगढ़। CG NEWS : सांप को देखते ही लोग उल्टे पांव दौड़ लगा देते हैं । लेकिन एक गांव ऐसा भी है जहां अगर सांप किसी को काट ले तो वह मरता नहीं। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला अंतर्गत पुसौर थाना क्षेत्र के ग्राम कलमी गांव सांप से जुड़ा एक अनोखा रहस्य समेटे हुए हैं। हमारे सरिया रिपोर्टर वीरेंद्र सोनी की सावन पर स्पेशल रिपोर्ट।
इस गांव में रहने वाले लोग कभी सांप को देखकर डरते नहीं, बल्कि भगवान भोलेनाथ का प्रिय समझ कर पूजा अर्चना करते हैं। कई बार गांव में लोगों को सांप काट भी लेते हैं। लेकिन आज तक सांप और बिच्छू के काटने का असर किसी भी इंसान पर नहीं हुआ है । इस गांव के लोगों के अनुसार यहां ऐसी मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद इस गांव पर है। यही वजह है कि सांप बिच्छू के काटने पर भी लोगों के ऊपर जहर का असर नहीं होता। रायगढ़ जिला अंतर्गत रायगढ़ से 16 किलोमीटर दूर एवं सरिया से 13 किलोमीटर दूर पुसौर थाना क्षेत्र ग्राम कलमी अनोखी विशेषता के कारण जाने जाते हैं। यहां के शिव मंदिर कलमी गुड्डी के नाम से प्रसिद्ध है। यहां स्वयंभू शिवलिंग है। एक समय खुदाई के दौरान शिवलिंग प्राप्त हुआ था। उसे समय से उसकी पूजा पाठ गांव में की गई। धीरे-धीरे लोगों की आस्था बढ़ती गई और एक दिन पुसौर निवासी संसार कसारी को स्वप्न में भगवान भोलेनाथ के दर्शन हुए और उन्हीं के प्रयास से यहां शिवलिंग मंदिर बनाने का निर्णय लिया गया। तब से अंचल में आस्था उमडी और आस्था के केंद्र के कारण 1939 में गुप्तेश्वर शिव मंदिर के नाम से मंदिर का निर्माण प्रारंभ किया गया। और इसकी नींव रखी गई। इसके निर्माण के लिए सरिया निवासी दाऊ प्रधान मिस्त्री को जिम्मा दिया गया। दाऊ मिस्त्री ने अपने कारीगरों के साथ मिलकर इसे 2 वर्ष में पूरा किया और 1941 में मंदिर का निर्माण हुआ। तब से लेकर अब तक मंदिर में लोगों की आस्था उमड़ी।
बताया जाता है कि यहां अद्भुत शिवलिंग होने पर इसकी मान्यता और बढ़ती गई। सन 2003 में बाबा गुप्तेश्वर शिव मंदिर धर्मादा ट्रस्ट का निर्माण किया गया। जिसके सचिव परमानंद गुप्ता ने बताया कि 200 से ज्यादा सदस्य तथा करीब 50 से ज्यादा गांव को मिलाकर ट्रस्ट बनाया गया है। उन्होंने बताया कि हमारे दादा परदादा एवं छह पीढ़ी के बाद मैं इस पीढ़ी मैं हूं और मैं मंदिर में सचिव के पद पर सेवा दे रहा हूं। हमारे पूर्वजों के बताए अनुसार कलमी गांव की मान्यता है कि इस गांव में आज तक जहरीले जीव जंतु सांप बिच्छू के काटने से किसी की मौत नहीं हुई। अर्थात हम लोग मानते हैं कि हमारे गांव में भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त है। इसी महत्व को लेकर लोगों की आस्था बड़ी है और सावन महीने में बड़ी संख्या में लोग श्रद्धा एवं विश्वास के साथ अपने मनोकामना को लेकर जलाभिषेक करते हैं । बाबा गुप्तेश्वर मंदिर भी अद्भुत है। हमारे गांव के दो तालाब के बीच किनारे मेढ में प्राचीन काल से भगवान गुप्तेश्वर महादेव की अद्भुत स्वयंभू शिवलिंग की उत्पत्ति हुई है। यहां का शिवलिंग तिरछा है। परमानंद गुप्ता बताते हैं कि आस्था का केंद्र कलमी गांव में जहरीले जीव जंतु सांप बिच्छू के काटे जाने से किसी की मौत नहीं हुई है। इसलिए इस गांव को अनोखा गांव के नाम से भी जाना जाता है।