स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश की जेलों से 177 कैदियों की रिहाई की जाएगी। यह निर्णय जेल विभाग की रिहाई नीति के तहत लिया गया है, जिसमें उम्रकैद की सजा काट रहे कैदियों को सजा में छूट दी गई है।
रिहाई की इस योजना के तहत बलात्कार और पॉक्सो (POCSO) के मामलों में सजा काट रहे कैदियों को रियायत नहीं दी गई है।
रिहा किए जा रहे कैदियों को पुनर्वास और रोजगार के लिए प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा, ताकि वे समाज में पुनः अच्छी तरह से समायोजित हो सकें।
विशेष रूप से, रिहाई की प्रक्रिया में निम्नलिखित जेलों से कैदी शामिल होंगे:
- भोपाल जेल से 15
- सतना जेल से 24
- इंदौर जेल से 18
- जबलपुर जेल से 20
- ग्वालियर जेल से 16
- नरसिंहपुर जेल से 15
- उज्जैन जेल से 19
इस पहल से न केवल कैदियों को एक नई शुरुआत का अवसर मिलेगा, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में एक कदम और बढ़ाया जाएगा।