15 अगस्त यानी आज भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। यह देश के नाम उनका लगातार 11वां संबोधन है और लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने के बाद उनका पहला संबोधन है। स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस बार खास बात यह है कि पेरिस ओलंपिक 2024 में हिस्सा लेने वाले भारतीय खिलाड़ी भी इस बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बतौर अतिथि पहुंचे हैं।
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एक नजर पर पढ़ें पूरा भाषण…
राष्ट्र के सपनों को साकार करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हम बदनियत वालों को नेक नियत से जीतेंगे। हमारा हर देशवासी भ्रष्टाचार की दीमक से परेशान रहा है। अन्याय के प्रति उसका गुस्सा राष्ट्र की प्रगति में रुकावट देता है। मैंने इसके लिए काम किया, मुझे अपनी प्रतिष्ठा भी चुकानी पड़े तो चुकाऊंगा।चुनौतियां अंदर भी हैं, बाहर भी हैं, जैसे-जैसे हमारा सामर्थ्य बढ़ेगा, बाहर की चुनौतियां बढ़ेंगी। लेकिन मैं ऐसी शक्तियों से कहना चाहता हूं कि हम दुनिया को युद्ध में नहीं ले जाते। हम बुद्ध के देश हैं, युद्ध नहीं करते। मैं देशवासियों से कहना चाहता हूं कि चुनौतियों को चुनौती देना हिंदुस्तान की फितरत है।
मुठ्ठीभर स्वार्थी लोगों से सचेत रहना
कुछ लोग प्रगति देख नहीं सकते। भारत का भला नहीं सोचते। जब तक उनका भला न हो, वो सोचते नहीं। हमें ऐसे मुठ्ठीभर लोगों से सचेत रहना है। इनकी निराशावादी सोच से देश को काफी नुकसान होता है। उनकी गोद में विकृति पल रही है। ये विकृति विनाश के प्रयास में लगी है। देश को इसे समझना होगा। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि, हमारी नेक नियत, ईमानदारी, समर्पण विपरीत मार्ग पर जाने वालों का दिल जीतकर देश को आगे बढाएंगे।हमें सफलता तब मिलती है, जब पीछे वालों को आगे लाएं। हमारे छोटे-छोटे किसान, आदिवासी, कामगार, मजदूर, गरीबों को साथ लाना है। हमें उन्हें अपने बराबर लाना है। इसके लिए एक अवसर आ रहा है। हमें पता है 1857 स्वतंत्रता संग्राम से पहले एक आदिवासी बिरसा मुंडा थे, जिन्होंने अंग्रेजों से लोहा लिया। उनकी जयंती आ रही है, उनकी 150वीं जयंती पर समाज के प्रति मम्भाव बढ़ाए। गरीबों, दलितों, आदिवासियों को अपने साथ लेकर चलें।
2036 का ओलिंपिक भारत में हो, इसकी तैयारी कर रहे
आज हमारे साथ तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलिंपिक की दुनिया में नया परचम लहराया है। हम देशवसियों की तरफ से उन्हें बधाई देता हूं। जी 20 का आयोजन कर हमने दिखाया कि भारत में बड़े से बड़े आयोजन कर सकता है। भारत चाहता है कि 2036 का ओलिंपिक भारत में हो, इसके लिए तैयारी कर रहे हैं।हम 2030 तक रेलवे को नेट जीरो एमिशन का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। इलेक्ट्रिकल व्हीकल की मांग बढ़ रही है। हम ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को लेकर ग्लोबल हब बनना चाहते हैं। इसलिए आने वाले समय में ग्रीन जॉब्स का कल्चर बढ़ता है तो भारत के युवा इसमें सबसे आगे रहेंगे।आज दुनिया में ग्लोबल वार्मिंग का विषय चर्चा में है। हमने सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाया।ए हमने रिन्यूबल एनर्जी पर काम किया है। जी20 के जिन देशों ने लक्ष्य निर्धारित किए थे, उनमें सिर्फ हिंदुस्तान ने वो कर दिखाया है जो और कोई नहीं कर सका।भारत के पास गेमिंग की बहुत बड़ी विरासत है, भारत के बच्चे, नौजवान, एआई प्रोफेशनल गेमिंग की दुनिया को लीड करें। भारत में बने गेम दुनियाभर में खेले जाएं।
मोदी बोले- इंडियन स्टैंडर्ड, इंटरनेशनल स्टैंडर्ड बनने चाहिए
मैं हर राज्य को कहना चाहता हूं कि वो ऐसे नियम बनाएं कि निवेशक उनके पास आएं। फैक्ट्री लगती है तो उनके राज्य में लगती है इसमें केंद्र सरकार को बीच में नहीं आना चाहिए। ये आपके राज्य के लिए बेहतरी का अवसर है। अब दुनिया के लिए डिजाइनिंग इंडिया पर बल देना है, अब इंडियन स्टैंडर्ड, इंटरनेशनल स्टैंडर्ड बनने चाहिए। डिजाइन के क्षेत्र में हम दुनिया को बहुत कुछ दे सकते हैं।हम मैन्यूफैक्चरिंग में बल दिया है। स्किल डेवलेपमेंट में जनभागीदारी को जोड़ा है। वो दिन दूर नहीं होगा, जब भारत इंडस्ट्रियल मैन्यूफैक्चरिंग का हब बनेगा। दुनिया की बड़ी कंपनियां भारत में निवेश करना चाहते हैं। तीसरे कार्यकाल में बड़े निवेशक मुझसे मिलना चाह रहे हैं।
डिफेंस सेक्टर में हमारी आदत हो गई थी कि बजट का पैसा कहां जाता है, विदेश से इंपोर्ट करते थे। आज इसमें आत्मनिर्भर बने हैं। आज डिफेंस मैनयूफैक्चरिंग का हब बने हैं। दुनिया में हथियार एक्सपोर्ट कर रहे हैं।हमने एक जमाना देखा था 2जी के लिए कैसे संघर्ष करते थे, आज 5जी पूरे देश में रोल आउट हो गया है। दुनिया में आगे बढ़ रहे हैं, हम रुकने वाले नहीं है। हम 6जी पर तेजी से काम कर रहे हैं।किसी जमाने में कहा जाता था कि खिलौने बाहर से आते थे। आज देश के खिलौने दुनिया के बाजार में हैं। हम मोबाइल फोन इंपोर्ट करते थे। आज फोन एक्सपोर्ट करने लगे। भविष्य के साथ सेमीकंडक्टर और एआई जुड़ा है। हम इस पर काम रहे हैं।
महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को फांसी पर लटकाना चाहिए
दूसरी तरफ चिंता की बात ये भी है कि हमाारी माताओं-बहनों के प्रति जो अत्याचार हो रहा है, उससे जनमानस में आक्रोश है। उसे हम महसूस कर रहे हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराधों के जल्द जांच हो, अपराधी को जल्द सजा मिले। जब महिलाओं पर अत्याचार की घटना होती है तो खबरों में रहती है, मैं चाहता हूं कि पाप करने वालों की सजा पर चर्चा हो। उन्हें फांसी पर लटकाना चाहिए। ये डर पैदा करना जरूरी है।किसानों का जीवन आसान बने, गांव में टॉप क्लास इंटरनेट कनेक्टिविटी मिले, बच्चों को स्मार्ट स्कूल मिले। उनके नौजवानों को स्किल मिले। उनके नए आय के साधन मिले। उसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं। इनोवेशन, इंपॉलयमेंट में महिलाएं तेजी से बढ़ रही हैं। हमारी एयरफोर्स, आर्मी, नेवी, स्पेस सेक्टर में महिलाओं का दमखम दिख रहा है।
मोदी बोले- हमें कृषि को रिफॉर्म करना है
विकसित भारत 2047, स्वस्थ भारत भी होना चाहिए। इसलिए विकसित भारत की पहली पीढ़ी के लिए पोषण अभियान चलाया है। हमें कृषि को रिफॉर्म करना है। पुरानी परंपराओं से मुक्ति पानी होगी। हम किसानों की मदद कर रहे हैं, आसान लोन दे रहे हैं, उसे टेक्नोलॉजी दे रहे हैं। उसे एंड टु एंड होल्डिंग मिले उस दिशा में काम रहे हैं। धरती माता की उत्पादन क्षमता कम हो रही है, ऐसे में वो किसान जो प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। उनके लिए बजट में बड़ा प्रावधान है। आज दुनिया के लिए ऑर्गेनिक फूड बनाने वाला फूड बॉस्केट हमारे देश का किसान बना सकता है।
मोदी बोले- मेडिकल की 75 हजार सीटें बढ़ाएंगे
रिसर्च को लेकर निरंतर बल मिले, रिसर्च फाउंडेशन यह काम कर रहा है। हमने बजट में 1 लाख करोड़ रिसर्च के लिए दिया है। हमारे देश में मेडिकल एजुकेशन के लिए बच्चे विदेश पढ़ने जा रहे हैं। ऐसे-ऐसे देशों में जा रहे हैं, जिसके बारे में सोचकर आश्चर्य होता है। हमने 10 साल में मेडिकल सीटों को करीब 1 लाख कर दिया है। अगले पांच साल में मेडिकल लाइन में 75000 नई सीटें बनाई जाएंगी।
मोदी बोले- भाषा टैलेंट के रास्ते नहीं आनी चाहिए
नई शिक्षा नीति में मातृ भाषा को बल मिला। भाषा टैलेंट के रास्ते नहीं आनी चाहिए। जीवन में मातृ भाषा को बल देना होगा। आज दुनिया में जैसा बदलाव हो रहा है, तब जाकर स्किल का महत्व बढ़ गया है। हम जीवन के हर क्षेत्र में, एग्रीकल्चर में भी स्किल डेवलेपमेंट चाहते हैं, स्किल इंडिया प्रोग्राम को आगे बढ़ाया। नौजवानों की स्किल बढ़े, बाजार में उनकी ताकत दिखाई दे। आज दुनिया की परिस्थिति को देखते हुए कह सकता हूं कि नौजवान दुनिया में अपनी धमक बनाए, इसे लेकर आगे चल रहे हैं।
नालंदा का पुराना गौरव लौटाएंगे
नालंदा का महान इतिहास रहा है। हमने नालंदा यूनिवर्सिटी को फिर से शुरू किया है। हमारा प्रयास नालंदा को उसका पुराना गौरव लौटना है।
मोदी बोले- समृद्धि को अपना स्वभाव बनाना चाहते हैं
जो हो गया है, हम उससे संतोष मानकर बैठने वाले नहीं है। हम विकास को, समृद्धि को अपना स्वभाव बनाना चाहते हैं। आज नई शिक्षानीति के कारण 21वीं सदी के अनुरूप व्यवस्था बना रहे हैं, मैं नहीं चाहता कि मध्यमवर्गीय परिवार के बच्चे विदेश पढ़ने जाएं और मोटा पैसा खर्च हो। मैं चाहता हूं कि भारत में ऐसी शिक्षा व्यवस्था हो, जिससे विदेश के बच्चे यहां पढ़ने आएं।60 साल बाद लगातार तीसरी बार आपने हमें देशसेवा का मौका दिया। 140 करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद में मेरे लिए एक ही संदेश है। जन-जन की सेवा, हर परिवार की सेवा, हम इस शक्ति को साथ लेकर विकसित भारत के सपने को लेकर चलना है। हम सभी का सिर झुकाकर आभार व्यक्त करता हूं।
मोदी बोले- देश के नागरिक को हम सम्मान के भाव से देखते हैं
वर्किंग वुमेन के लिए पेड मेडिकल लीव 12 से 26 हफ्ते की करते हैं। हम बच्चे की परवरिश में सरकार रुकावट न बने इस संकल्प से आगे बढ़ते हैं। देश के नागरिक को हम सम्मान के भाव से देखते हैं। ये हम सबका मम्भाव है, उसकी ताकत नजर आती है। हम ट्रांसजेंडर को सम्मान का जीवन देने के प्रयास कर रहे हैं।मैं कोरोना काल को याद करता हूं, इसके बीच इकोनॉमी को सबसे तेज बनाए रखने वाला देश भारत है। जाति, पात और पंत से ऊपर उठकर हर घर तिरंगा फहराया जाता है। हम सभी भारतीय हैं। जब हम 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालते हैं, जब 100 से अधिक जिले आगे बढ़ने के लिए आपस में स्पर्धा करने लगे तो भारत को गति मिलती है।हम हर सेक्टर में नए अवसर पैदा करें, सपोर्टिव इंफ्रास्टक्चर पर काम करें, जरूरतों के हिसाब से काम करें तो बदलाव सामने आएंगे। आज प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई, भारत का एक्सपोर्ट बढ़ रहा है, विदेशी मुद्रा भंडार दोगुना हुआ है। भारत की दिशा सही है, गति तेज है। हमारे सपनों में सामर्थ्य है। हमें मम्भाव और सम्भाव चाहिए।
मोदी बोले- सरकार को बताएं कि ये नियम सही नहीं, हम विचार करेंगे
हमें मिशन मोड में ईज ऑफ लिविंग को आगे बढ़ाना है। आप सरकार को बताएं कि ये नियम सही नहीं, हम उस पर विचार करेंगे। गर्वनेंस पर रिफॉर्म विकसित भारत के सपने को पूरा करेगा। सामान्य नागरिकों के जीवन में सम्मान मिले, कोई ये न कहे ये मेरा हक था, मुझे मिला नहीं, ऐसा नहीं होना चाहिए। आज देश में करीब 3 लाख संस्थाएं काम कर रही हैं। आज मैं कहना चाहता हूं कि ये संस्थाएं एक साल में दो रिफॉर्म करें तो देखते ही देखते हम एक साल में 25-30 लाख रिफॉर्म कर देंगे तो भारत कितना आगे पहुंच जाएगा। सामान्य मानव को पंचायत लेवल पर छोटी दिक्कतें होती हैं इन्हें पूरा करना है। आज देश आंकाक्षाओं से भरा है। देश का नौजवान नए शिखरों पर कदम रखना चाहता है इसलिए हमारी कोशिश है हर सेक्टर में कार्य को तेज गति दें।
मोदी बोले- छोटी गलती में जेल जाने वाले कानूनों को खत्म किया
मोदी बोले- हमने 1500 से ज्यादा कानूनों को खत्म कर दिया। छोटी गलती के चलते जेल जाने वाले कानूनों को खत्म कर दिया। आज हमने जो आजादी की विरासत की गर्व की बात करते हैं। सदियों से जो पुराने क्रिमिनल लॉ थे, उन्हें खत्म किया है। हमने दंड नहीं न्याय पर फोकस रखा।
मध्यवर्गीय परिवार को क्वॉलिटी ऑफ लाइफ को हमने साकार किया है। उसकी लाइफ में सरकार की दखल कम हो, इसकी व्यवस्था की जा रही है। हम छोटी जरूरतों पर भी ध्यान देते हैं। गरीब की मां को आंसू पीकर सोना न पड़ें, इसके लिए बिजली, पानी, गैस और इलाज मुहैया करा रहे हैं। हम सबका साथ सबका विकास का मंत्र साकार कर रहे हैं।
पिछले दशक में रेल, रोड, गवर्नमेंट कनेक्टिविटी, गांव में स्कूल, अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, आयुष्मान, ऑप्टिकल फाइबर, नहरों का जल, पक्के घर बनना, हमारा पूर्वी भारत इंफ्रास्टक्चर के लिए जाना जाने लगा है। इसका सबसे ज्यादा लाभ उन्हें मिला, जिन्हें कोई नहीं देखता था। दूर सूदुर पहाड़ों, आदिवासियों की जरूरत को पूरा किया है। हमने सर्वांगीण विकास किया है। हमने स्पेस सेक्टर में भी रिफॉर्म किए हैं। उसके बंधनों को खोल दिया है। सैकड़ों स्टार्टअप इसमें आ रहे हैं। हम इसको दूर की सोच के साथ मजबूती दे रहे हैं। आज प्राइवेट सैटेलाइट राकेट लॉन्च हो रहे हैं। जब नीति और नियत सही होती है तो परिणाम मिलता है।आज देश में नए अवसर बने। तब मैं कह सकता हूं कि दो चीजें और हुई, जिसने विकास को गति दी है। पहला- इंफ्रास्टक्चर को आधुनिक बनाना, दूसरा- ईज ऑफ लिविंग का सपना, जिसमें बल दिया।
हम दुनिया की बेस्ट प्रैक्टिसिस को आगे रखते हुए बढ़ना चाहते हैं। हर सेक्टर में नएपन की जरूरत है। टेक्नोलॉजी को जोड़ने की जरूरत है। नई नीतियों के चलते यह हो पा रहा है। हम पूरे सामर्थ्य के साथ चल पड़े, खिल उठे, सपनों को पाकर रहे, सिद्धि को निकट देखें इसे आत्मसात करें इस दिशा में चलना है। मैं जमीनी स्तर की बात कर रहा हूं, हमारी 10 करोड़ बहनें विमेंस सेल्फ ग्रुप से जुड़ी हैं। महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं। वो परिवार के निर्णय की भागीदार बन रही हैं। हमारे CEO दुनियाभर में नाम कमा रहे हैं, तो दूसरी ओर एक करोड़ बहनें लखपति दीदी बनती हैं।मेरे देश का नौजवान इंक्रीमेंटल प्रगति में विश्वास नहीं रखता। वह छलांग मार रहा है। ये गोल्डन एरा है, इसे जाने नहीं देना चाहिए। इसे पकड़कर चल पड़ेंगे तो विकसित भारत का लक्ष्य पूरा कर लेंगे।
देश में नई व्यवस्थाएं बन रही हैं। देश को आगे ले जाने के लिए नई पॉलिसी बनाई जा रही है। इससे देश के सिस्टम पर भरोसा बढ़ता है। आज का नौजवान ये बदलाव देख रहा है। 10 साल में उसके सपनों को धार मिली है। आज दुनियाभर में भारत की साख बढ़ी है। आज दुनिया में युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बने हैं, जो आजादी के इतने सालों बाद नहीं आए थे आज उनके दरवाजों पर दस्तक दे रहे हैं।
मोदी बोले- हमने गर्वनेंस को बदला
मोदी बोले- हमारे देश में आजादी तो मिली, लेकिन लोगों को एक तरह से माई-बाप कल्चर से गुजरना पड़ा। आज हमने गर्वनेंस के इस मॉडल को बदला है, आज सरकार खुद लाभार्थी के घर गैस का चूल्हा, पानी बिजली पहुंचाती है।
मोदी बोले- दुनिया की मजबूत बैकों में हमारी बैंकों ने स्थान बनाया
बैंकिग क्षेत्र का क्या हाल था, न विश्वास बढ़ता था। जो कारनामे हुए बैंक संकट से गुजर रहे थे। हमने रिफॉर्म किया तो दुनिया की मजबूत बैकों में हमारी बैंकों ने स्थान बनाया। बैंकिंग सेक्टर मजबूत हो तो विकास भी होता है, हमारे नौजवानों को पढ़ाई, विदेश जाने के लिए लोन चाहिए। किसानों को लोन चाहिए, रेहड़ी पटरी वाले भी लोन ले रहे और विकास में भागीदार बन रहे हैं।
मोदी बोले- हमारा रिफॉर्म ग्रोथ का ब्लूप्रिंट
हमने गरीबों को वंचितों को युवाओं के संकल्प आकांक्षाओं को आकार दिया। हमारे रिफॉर्म चार दिन की वाहवाही के लिए नहीं है। मैं आज कह सकता हूं कि हमारा रिफॉर्म ग्रोथ का ब्लूप्रिंट है। हमने राजनतिक मजबूरी के कारण ये नहीं किया। ये राजनीति का भागाकार, गुणाकार करके नहीं किया। ये नेशन फर्स्ट और हमारा भारत महान बने, उस संकल्प के साथ करते हैं।
मोदी बोले- हमने रिफॉर्म जमीन पर उतारे
जब राजनीतिक नेतृत्व की संकल्प शक्ति हो, दृढ विश्वास हो और देश का नागरिक आगे आता है तो हमें निश्चित परिणाम मिलता है। हम आजादी के बाद दशकों तब ऐसे रहे, होती है चलती है, हमें क्या करना है, मौका मिला है मौज कर लो, नया करने जाओगे बवाल हो जाएगा। यही माहौल था। लोग कहते थे छोड़ो क्या करना है, हमें इस मानसिकता को तोड़ना है। कई लोग कहते थे अगली पीढ़ी के लिए काम क्यों करना। अब इसे बदला है। वो रिफॉर्म का इंतजार करता रहा था, हमने रिफॉर्म जमीन पर उतारे।रिन्यूबल एनर्जी का संकल्प लिया, जी 20 देशों ने जितना किया है उससे ज्यादा भारत ने किया है। हम कोरोना को कैसे भूल सकते हैं। हमने दुनिया के करोड़ों लोगों को वैक्सीन दी। एक समय था जब आतंकवादी मार के चले जाते थे। अब देश की सेना सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करती है तो देशवसियों का सीना चौड़ा हो जाता है।
आज हमारे घर में जब 3 करोड़ परिवारों को नल से जल पहुंच रहा है, तो विश्वास बढ़ता है। कौन वंचित थे, इससे दलित, शोषित और गरीब भाई-बहन इन चीजों के अभाव में जी रहे थे। हमने अनेक ऐसे प्रयास किए हैं, ताकि निचले तबके को सुविधा मिले।जब लालकिले से कहा जाता है हिंदुस्तान के 18 हजार गांवों में समय से बिजली पहुंचाएंगे और काम समय से होता है। तो ये भरोसा बढ़ जाता है। जब स्वच्छ भारत की बात की जाए तो सभी लोगों के अंदर स्वच्छता का वातावरण बन जाए तो मैं समझता हूं ये भारत के अंदर की नई चेतना का प्रतिबिंब है।जब देशवासियों की इतने बड़े सपने हो, उनकी बातों में संकल्प हो तो हमारे भीतर आत्मविश्वास एक नई ऊंचाई पर पहुंच जाता है। ये भरोसा अनुभव से निकला है। ये लंबे कालखंड के परिश्रम से आया है।
युवा, बुजुर्ग, गांववासी, शहरवासी दलित आदिवासी हर किसी ने 2047 में जब देश आजादी का 100 साल मनाएगा तो उसके लिए अनमोल सुझाव दिए हैं। कुछ लोगों ने कहा- दुनिया की स्किल कैपिटल बनाएं। किसी ने मैन्यूफैक्चरिंग का ग्लोबल हब का सुझाव दिया। किसी ने यूनिवर्सिटी हब का सुझाव दिया। हमारा स्किल युवा दुनिया की पहली पसंद बनना चाहिए। भारत को जल्द से जल्द हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना चाहिए। हमारे किसानों के मोटे अनाज को दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर लगाना है। हमारे देश की न्याय व्यवस्था में रिफार्म होने चाहिए। बहुत लोगों ने सपना देखा है- अंतरिक्ष में भारत का स्पेस स्टेशन बनना चाहिए। हमारी पारंपरिक औषधि को विकसित करना चाहिए। भारत तीसरी इकोनॉमी बनना चाहिए। ये हमारे देशवासियों के सुझाव है।