कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और फिर हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने ऐलान किया है कि 17 अगस्त को 24 घंटे के लिए देशव्यापी स्वास्थ्य सेवाएं बंद रहेंगी. आईएमए की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि मॉडर्न मेडिसिन के डॉक्टर्स 17 अगस्त को सुबह 6 बजे से 18 अगस्त की सुबह 6 बजे तक अपनी सेवाएं नहीं देने वाले हैं. इस दौरान मरीजों को सिर्फ जरूरी सेवाओं ही दी जाने वाली हैं.
2. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने अपनी मांगों की एक सूची तैयार की है, जिसमें अस्पतालों के खिलाफ हिंसा से निपटने के लिए नीति बनाना, डॉक्टर्स की सुरक्षा नीतिगत स्तर पर स्वीकार करने की मांग की गई है. एसोसिएशन के सदस्यों ने पत्र में लिखा, “अस्पताल संरक्षण विधेयक 2019 के मसौदे में महामारी रोग अधिनियम 1897 में 2023 के संशोधनों को शामिल करने वाला एक केंद्रीय अधिनियम मौजूदा 25 राज्य विधानों को मजबूत करेगा.” अन्य मांगों में लंबी शिफ्ट में काम करने वाले पेशेवरों के लिए बेहतर सुरक्षा उपाय और सुविधाएं शामिल हैं, जैसे सीसीटीवी निगरानी, सुरक्षा कर्मियों की संख्या में बढ़ोतरी और सुरक्षित जगह की उपलब्धता शामिल है.
3. कोलकाता रेप-मर्डर केस में सीबीआई बड़ी साजिश के तहत मामले की जांच कर रही है. सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने 30 से 35 लोगों की एक लिस्ट तैयार की है. ये लोग मृतका के दोस्त हैं, जिनके नाम पीड़िता के परिवार ने सीबीआई को दिए हैं. CBI के रडार पर अस्पताल के कुछ गार्ड और कोलकाता पुलिस के सुरक्षाकर्मी भी हैं. सीबीआई को पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के बारे कुछ जानकारी मिली है. आरजी कर अस्पताल के कुल 13 कर्मचारियों को सीबीआई कार्यालय लाया गया है.
4. सूत्रों के मुताबिक, मृतका के परिवार वालों ने इस वारदात में कुछ और लोगों के शामिल होने का शक जताया है. रिपोर्ट के मुताबिक मृतका के पिता ने कहा, “मेरी बेटी उस दिन सुबह करीब 8:10 बजे ड्यूटी के लिए निकली. वह ओपीडी में थीं और आखिरी बार उन्होंने अपनी मां से रात करीब 11:15 बजे बात की थी. सुबह जब मेरी पत्नी उसे फोन कर रही थी तो उसका फोन बज रहा था लेकिन किसी ने नहीं उठाया, तब तक मेरी बेटी की मौत हो चुकी थी. चिंता की बात यह है कि सुबह 3 बजे से 10 बजे तक किसी को उनकी जरूरत नहीं पड़ी, जबकि वह ऑन-ड्यूटी डॉक्टर थीं.”
5. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार (16 अगस्त) को महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर विरोध मार्च निकाला. इस दौरान उन्होंने सीपीएम और बीजेपी पर आरजी कर अस्पताल में तोड़फोड़ की साजिश रचने और सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें फैलाकर सच्चाई को छिपाने का प्रयास करने का आरोप लगाया. उन्होंने सीबीआई (18 अगस्त 2024) से रविवार तक मामले को सुलझाने का आग्रह किया और दोषियों को फांसी देने की मांग की. मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर बंगाल में टीमें भेजने और बीजेपी शासित राज्यों में इसी तरह की घटनाओं पर आंखें मूंद लेने का आरोप लगा.
6. इस मामले को लेकर बीजेपी-टीएमसी से जुबानी जंग तेज हो गई है. इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार को प्रदर्शन करते समय पुलिस ने हिरासत में ले लिया. पुलिस का आरोप है कि जब ये प्रदर्शन चल रहा था तभी एक BJP कार्यकर्ता के ऊपर से भी गाड़ी निकल गई. गिरफ्तारी के बाद सुकांत मजूमदार ने कहा, “हमने टीएमसी के पुलिस को कहा है कि हमारे रहते वे किसी महिला को गिरफ्तार नहीं करेंगे, हम किसी महिला पर आंच नहीं आने देंगे… महिलाओं के ऊपर अत्याचार बंद होना चाहिए. पुलिस कमिश्नर विनीत कुमार गोयल को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए… ऐसे लोग कोलकाता के पुलिस कमिश्नर नहीं हो सकते, उन्हें इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए.”
7. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शुक्रवार को कहा कि कोलकाता का वह अस्पताल, जहां एक लेडी ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना हुई वह घोटालों का स्कूल बन गया. रिपोर्ट के मुताबिक राज्यपाल ने कहा, “मुझे अस्पताल में हो रही घटनाओं के बारे में बहुत सारी शिकायतें मिली हैं. आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल घोटालों का स्कूल बन गया है. हम जो देख रहे हैं, वह तो बस एक छोटी सी झलक है. पश्चिम बंगाल सरकार जरूरत पड़ने पर कार्रवाई करने में विफल रही.”
8. आरजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में तोड़फोड़ की घटना के बाद केंद्र सरकार सख्त हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से एक मेमोरेंडम जारी किया गया है, जिसमें कहा गया, “ड्यूटी के दौरान किसी भी स्वास्थ्यकर्मी के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा की स्थिति में, संस्थान के प्रमुख घटना के अधिकतम 6 घंटे के भीतर संस्थागत प्राथमिकी दर्ज करने के लिए जिम्मेदार हों.”
9. सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले दो वकीलों ने गुरुवार को भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले में स्वत: संज्ञान लेने का आग्रह किया. वकील अधिवक्ता उज्जवल गौड़ और रोहित पांडे ने सीजेआई को पत्र लिखकर कहा, यह समय की मांग है कि देश की सुप्रीम कोर्ट तत्कालता और गंभीरता के साथ इस मामले में हस्तक्षेप करे.