राजधानी में जितनी तेजी से ई-बाइक बिक रही है। उसी गति से बैटरी खराब होने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं। उपभोक्ता फोरम में लगातार ऐसी शिकायतें पहुंच रही हैं जिसमें कंपनी वाले कई बार में भी सही बैट्री नहीं दे रहे हैं। कई कंपनियां तो ऐसी भी हैं जिन्होंने नई गाड़ी में पुरानी बैटरी लगाकर ग्राहकों को बेच दी है।
राजधानी के शिवम साहू ने 2022 में ईवी गाड़ी के लिए 10 हजार ऑनलाइन एडवांस जमा कराए दिए। गाड़ी खरीदते समय 84 हजार की रकम दी। लेकिन गाड़ी के साथ सर्विस बुक, फुट मैट और ओरिजनल चार्जर नहीं दिया गया। इस वजह से गाड़ी की बैटरी खराब हो गई। उसने कंपनी में शिकायत की तो एक महीने बाद रोटेशनल बैटरी मिली। बाद में वो भी खराब हो गई।
इसके बाद उन्होंने फोरम में याचिका दायर की। फोरम ने माना कि परिवादी को ओरिजनल चार्जर और सही बैटरी न देकर कंपनी ने सेवा में कमी की है। इसलिए फोरम ने कंपनी को आदेश दिया है कि वह परिवादी को गाड़ी के 94 हजार रुपए 6 फीसदी ब्याज के साथ वापस करे। इसी तरह मोहम्मद अब्दुल रहीम ने जुलाई 2023 में ओकाया कंपनी की ई स्कूटर खरीदी थी।
कंपनी वालों ने मॉडल की बैटरी और कनेक्टर नहीं दिया। इस वजह से बैटरी फुल चार्ज नहीं होती थी। कंपनी ने नई बैट्री देने से इंकार किया तो उन्होंने मामला फोरम में दायर कर दिया। फोरम ने कंपनी को आदेश दिया कि वह परिवादी को 72 हजार रुपए 6 फीसदी ब्याज के साथ वापस करे।