रायपुर। CG NEWS : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने नवा रायपुर (अटल नगर) में नामकरण के लिए गठित समिति को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के बयान को राजनीतिक शर्मिंदगी बताते हुए तीखा हमला बोला है। श्री शर्मा ने कहा कि पहले विधानसभा की करारी हार, फिर लोकसभा में टिकट कटने से बौखलाए बैज अब प्रदेश अध्यक्ष पद से चला-चली की बेला को भाँपकर जिस तरह की बयानबाजी कर अपने नंबर बढ़ाने की चेष्टा करने में लगे हुए हैं, उससे उनकी विचलित मनोदशा का स्पष्ट संकेत मिल रहा है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि नामकरण को लेकर अपनी राजनीतिक ऊर्जा खपाने के बजाय बैज को तो अपने शासनकाल के इतिहास को खंगालने में समय का निवेश करना चाहिए और साथ ही यह तथ्य हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि जिस नवा रायपुर में नामकरण को लेकर ओछी बयानबाजी करके अपने साथ-साथ कांग्रेस की जगहँसाई बैज करा रहे हैं, उस नवा रायपुर की परिकल्पना को भाजपा की पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार ने न केवल साकार किया, अपितु विश्वस्तरीय आधारभूत संरचना से सँवारने का काम किया। श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के लोगों को हर बात में ओछी राजनीति करने की ऐसी बुरी लत लग गई है कि अपने शासनकाल के नाकारापन पर उन्हें जरा भी शर्म महसूस नहीं होती। कांग्रेस की भूपेश सरकार के कार्यकाल में विकास के नाम पर एक ईँट तक नहीं रखी गई। विकास के जो निर्माण कार्य चल रहे थे, उनमें भी कांग्रेसियों ने सिवाय अड़ंगेबाजी के कुछ नहीं किया। जो इमारतें, सड़कें भाजपा के 15 वर्षों के शासनकाल में बनी थीं, उनकी मरम्मत तक की जहमत भूपेश सरकार ने नहीं उठाई।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बैज इन दिनों हर चीज में कमीशनखोरी का राग आलापने की हास्यास्पद मनोदशा के दौर से भी गुजरते प्रतीत हो रहे हैं। नशा और शराबखोरी रोकने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर कोई भी टिप्पणी करने से पहले बैज अपनी कांग्रेस और उसकी पिछली भूपेश सरकार के उस गिरेबाँ को झाँके, जो 2100 करोड़ के शराब घोटाले के कलंक से सना पड़ा है। गंगाजल की सौगंध खाकर पूर्ण शराबबंदी के अपने ही घोषित और लिखित वादे से मुकरने वाली कांग्रेस और उसकी पिछली सरकार पहले गंगामैया के प्रति किए गए अपने द्रोह और पापों का प्रायश्चित करे। श्री शर्मा ने कहा कि पाँच साल के शासनकाल में हजारों-हजार करोड़ रुपयों का घोटाला करके प्रदेश के गरीब, आदिवासी, किसानों, पिछड़े वर्ग, महिलाओं और युवाओं के साथ धोखाधड़ी करने वाली कांग्रेस नेताओं को इन मुद्दों पर बयानबाजी करने से पहले शर्म से गड़ जाना चाहिए। अपने ही सरकारी खजाने में डाका डालने और पूरे छत्तीसगढ़ को 10, जनपथ का एटीएम बनाकर रख देने वालों का अब किया जा रहा प्रलाप बेशर्मी की पराकाष्ठा का परिचायक हो चला है।