आज दिनांक एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय कोसमबुडा में राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय खेल-कूद प्रतियोगिताओं का समापन सफलता पूर्वक हो गया।प्रतियोगी प्रतिस्पर्धाओं का शुभारंभ 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के सुअवसर पर किया गया। यह दिवस हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के सम्मान में मनाया जाता है।
प्रतियोगिताओं का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के “स्वास्थ्य एवं खेल” विचार को बढ़ावा देना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मंचों से विद्यार्थियों के उत्तम स्वास्थ्य हेतु खेलों की महत्ता पर प्रकाश डाला। इस विचारधारा पर बढ़ते हुए एकलव्य विद्यालय में बैडमिंटन, खो-खो,बॉली-बॉल,लॉन्ग जम्प,शार्ट पुट, डिस्कस थ्रो,स्टैंडिंग ब्रॉड जम्प,लेमन रेस,थ्री लेग रेस आदि खेलों का अंतरसदनीय आयोजन किया गया। खेलों में सभी विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
बैडमिंटन प्रतियोगिता में बालक वर्ग में तापी सदन से कामदेव और राहुल तथा बालिका वर्ग में गीतांजलि और तुलसी विजेता रहे।
खो-खो में सीनियर बालक वर्ग में ब्रह्मपुत्र सदन जूनियर बालक वर्ग में गंगा सदन,सीनियर और जूनियर बालिका वर्ग में गोदावरी सदन विजेता रहे।
लंबी कूद में ब्रह्मपुत्र सदन से रामेश्वरी और तापी सदन से डिगेंद्र ने बाजी मारी।
शार्ट पुट बालक में गोदावरी सदन से ओमप्रकाश, बालिका वर्ग में गोदावरी सदन से डिंपल विजेता रहे।
स्टैंडिंग ब्रॉड जम्प जूनियर वर्ग प्रतियोगिता में तापी सदन से नितिन विजेता रहे।
वॉलीबॉल में सीनियर बालिका वर्ग से तापी सदन तथा सीनियर बालक वर्ग से ब्रह्मपुत्र सदन विजयी रहा।
लेमन रेस में बालक तथा बालिका दोनों ही वर्ग में गोदावरी सदन ने बाजी मारी।
थ्री लेग रेस बालक वर्ग में तापी सदन से राहुल और नितिन, बालिका वर्ग में गंगा सदन से झरना और हिमांशी विजयी रहे।
इस प्रकार से विद्यालय में उपरोक्त खेल कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन तीन दिवस के दौरान किया गया जिसका समापन आज दिनांक 31/08/2024 को किया गया।
प्रधानाचार्य डा० कमलाकांत यादव ने सभी बच्चों की भूरी-भूरी प्रशंसा की तथा भविष्य में भी अच्छी खेल भावना के साथ उत्कृष्ट खेल खेलने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को अनुशासित रहते हुए अपने खेल को खेलना चाहिए। एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है।प्रतियोगिता का आयोजन खेल शिक्षक नीरज खर्ब के नेतृत्व में किया गया जिसमें समस्त शिक्षकों का योगदान रहा।