गरियाबंद :- विश्व हिंदू परिषद ज़िला गरियाबंद के गरियाबंद नगर में विश्व हिंदू परिषद ने अपना 60 वाँ स्थापना दिवस मनाया। विश्व हिंदू परिषद विश्व का सबसे बड़ा हिन्दू संगठन है जो हिंदू समाज के मानबिंदुओ पर काम करता है समाज में जात-पात को ख़त्म करने हिंदू हिंदू आपस में भाई भाई सहोदर रहे धर्मांतरण, लव जिहाद जैसे कृत्य को ख़त्म करना। सेवा कार्यों में मंदिरों की साफ़ सफ़ाई, आपातकालीन समय पर निस्वार्थ भाव से सेवा विश्व हिंदू परिषद के बंधु करते है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संत सिरकट्टी पावन धाम के मुख्य संत श्री गोवर्धन शरण जी महाराज जी रहे जिन्होंने
इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विश्व हिंदू परिषद के केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र जी रहे जिन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद की स्थापना कृष्ण जन्माष्टमी के दिन हुई थी जो कि एक संयोग मात्र नहीं था जब स्थापना हुई तो सभी समाज प्रमुख एवं एवं सभी मत पंथ के संत वहाँ उपस्थित थे और सभी ने हिन्दव: सोदरा: सर्वे, न हिन्दू पतितो भवेत्। मम दीक्षा हिन्दू: रक्षा,मम मंत्र: समानता का नारा हिंदू समाज में दिया। आज समाज भिन्न भिन्न जातियो में बट रहा है उसको रोकने का प्रयास करना चाहिए। भारत के अलावा बाहर किसी जाती को कोई नहीं समझता वहाँ हम सिर्फ़ हिंदू के नाम से जाने जाते है। पाकिस्तान जब अलग हुआ तब हमको पाकिस्तान से जब भगाया गया तो किसी की जाती देख कर नहीं बल्कि हिंदू होने के नाते उनको भगाया गया था। पाकिस्तान के पहले क़ानून मंत्री हुए जोगेंद्र नाथ मंडल जो छः माह भी पाकिस्तान में टिक नहीं सके। इसलिए जातियो में न बटे हिंदू हिंदू ही रहे ज़िला अध्यक्ष प्रकाश निर्मलकर ने विश्व हिंदू परिषद के 60 वर्षों के कार्यों के बारे में विस्तृत से बताया। कुटुंब प्रबोधन के विषय पर श्री सदानंद सर्वांकर ने बताया कि हमारा परिवार टूटने से कैसे बचें छोटा परिवार कैसे दुखों का पहाड़ होता है और बड़ा परिवार कैसे सुखी परिवार होता है इस विषय पर घर परिवार में बच्चों को धार्मिक कैसे बनाए इस विषय पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में नगर के माननीय संघ चालक सत्य प्रकाश मानिकपुरी जी एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जनजातीय गौरव समाज के हरिश्चंद्र कमार जी, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष शिशुपाल सिंग राजपूत सहित ज़िले एवं गरियाबंद नगर के गणमान्य नागरिक माता बहने उपस्थित रहे।