हैदराबाद | Trains Cancelled: भारी बारिश के चलते आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) ने कई स्थानों पर पटरियों पर जलभराव के कारण 21 और ट्रेनें रद्द कर दिया हैं.
वहीँ 10 अन्य के रूट डायवर्ट कर दिए गए. भारी बारिश के कारण तेलंगाना में के समुद्रम और महबूबाबाद के बीच रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा है.
दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) ने रविवार को एक बुलेटिन में कहा कि रद्द की गई 21 ट्रेनों में 12669 एमजीआर चेन्नई सेंट्रल से छपरा, 12670 छपरा-एमजीआर चेन्नई सेंट्रल, 12615 एमजीआर चेन्नई सेंट्रल-नई दिल्ली, 12616 नई दिल्ली-एमजीआर चेन्नई सेंट्रल शामिल हैं.
एससीआर बुलेटिन के अनुसार 12763 तिरुपति-सिकंदराबाद, 22352 एसएमवीटी बेंगलुरु-पाटलिपुत्र, 22674 मन्नारगुडी-भगत की कोठी, 20805 विशाखापत्तनम-नई दिल्ली और छह अन्य ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किए गए हैं. एससीआर बुलेटिन में कहा गया है कि रायनापाडु में भारी जल प्रवाह के कारण, दक्षिण मध्य रेलवे ने दो ट्रेनों, एसएमवीबी बेंगलुरु-दानापुर और दानापुर-एसएमवीबी बेंगलुरु का मार्ग भी बदल दिया है.
इन ट्रेनों के यात्रियों को सड़क मार्ग से काजीपेट जंक्शन ले जाया गया. बुलेटिन के अनुसार फंसे हुए यात्रियों को काजीपेट जंक्शन पर बनाए गए दो ‘स्क्रैच रेक’ द्वारा ट्रांसशिप किया गया. रेलवे के तकनीकी शब्द ‘स्क्रैच रेक’ का अर्थ है अतिरिक्त डिब्बों का उपयोग करके तैयार की गई ट्रेन, जो ज्यादातर मूल ट्रेन से मेल खाती है.
इससे पहले दक्षिण मध्य रेलवे ने 20 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया था और 30 से अधिक के मार्ग बदल दिए थे. इसके अतिरिक्त, रेलवे ने लोगों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किए हैं. हेल्पलाइन नंबर हैं, हैदराबाद-27781500, वारंगल-2782751, काजीपेट-27782660 और खम्मन-2782885.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात की और भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर दोनों राज्यों की स्थिति के बारे में जानकारी ली. रविवार को अपनी बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने चुनौती से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया.
एक विज्ञप्ति में कहा गया कि तेलंगाना की परिवहन और पिछड़ा वर्ग (बीसी) कल्याण मंत्री पूनम प्रभाकर ने भी रविवार को हनुमानकोंडा में काजीपेट जंक्शन पर फंसे यात्रियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली.
मंत्री ने यात्रियों को आश्वासन दिया कि बाढ़ का पानी कम होते ही रेलवे ट्रैक बहाल कर दिया जाएगा और ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू हो जाएंगी. इसके अलावा उन्होंने रेलवे अधिकारियों से ट्रैक की बहाली के संबंध में बात की और जिला कलेक्टर तथा अन्य अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि यात्रियों को कोई असुविधा न हो.