उज्जैन। Ujjain rape video : एमपी के उज्जैन में शर्मसार कर देने वाला वीडियो सामने आया है, वायरल वीडियो में एक युवक महिला से अश्लीलता करते हुए दिखाई दे रहा है। वीडियो बुधवार शाम का है, वीडियो सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वही इस वीडियो के वायरल होते ही मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष ने जीतू पटवारी ने भाजपा के मोहन सरकार को घेरा है।
पुलिस का कहना है कि युवक ने शादी का वादा कर महिला को शराब पिलाई और उसके बाद रेप किया फिर धमकी देकर फरार हो गया। वीडियो संज्ञान में आने के बाद पीड़ित महिला को थाने लाया गया, जहां शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित महिला ने बताया की युवक शराब की दुकान के पास मिला था और शादी का लालच दिया फिर उसके रेप किया और धमकी देकर फरार हो गया। महिला का बयान दर्ज कर उसको मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल रवाना किया गया।
कोतवाली सीएसपी ओमप्रकाश मिश्रा ने बताया कि उज्जैन के कोयला फाटक की शराब की दुकान के पास रेप की घटना का एक वीडियो मिला था। इस वीडियो पर संज्ञान लेकर महिला को थाने लाया गया और महिला की शिकायत पर तुरंत कार्यवाही कर आरोपी को हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने महिला को शराब पीला कर शादी का झांसा दिया था और कहा था कि हमेशा साथ रहूँगा। लेकिन युवक रेप करने के बाद धमकी देकर वहां से भाग गया। पीड़िता की शिकायत के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
• धर्मनगरी #उज्जैन एक बार फिर कलंकित हुई है! इस बार भी काला टीका #Ujjain की कानून-व्यवस्था के माथे पर ही लगा है!
• यह सोचकर ही स्तब्ध हुआ जा सकता है कि #मध्यप्रदेश में अब दिनदहाड़े, खुली सड़क पर बलात्कार शुरू हो गए हैं. ऐसा तभी संभव है जब कानून और सरकार का असर पूरी तरह से… pic.twitter.com/SLFnVIXc8L
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) September 5, 2024
धर्मनगरी #उज्जैन एक बार फिर कलंकित हुई है! इस बार भी काला टीका #Ujjain की कानून-व्यवस्था के माथे पर ही लगा है!
* यह सोचकर ही स्तब्ध हुआ जा सकता है कि #मध्यप्रदेश में अब दिनदहाड़े, खुली सड़क पर बलात्कार शुरू हो गए हैं. ऐसा तभी संभव है जब कानून और सरकार का असर पूरी तरह से खत्म हो जाए!
* यदि मुख्यमंत्री के गृह नगर के यह हाल हैं, तो बाकी प्रदेश के हालात आसानी से समझ जा सकते हैं. दलित और आदिवासी महिलाओं के साथ लगातार हो रहे अत्याचार को भी महसूस किया जा सकता है!
अब गृहमंत्री या मुख्यमंत्री नहीं,
प्रदेश सरकार के एक-एक मंत्री से सवाल है!
शर्म से डूब मरो या कुर्सी छोड़ दो!
बेशर्मी से भरी इस निर्लज्ज व्यवस्था के खून में आखिर उबाल कब आएगा?