Maheshwari Saree : मध्यप्रदेश खूबियों का पिटारा हैं, खूबसूरत वादियों, लजीज खाने, ऐतिहासिक इमारतों के आलावा भारत के दिल में बनी साड़ियों को भी देश-विदेश के लोग खूब पसंद करते है। बुधवार से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिवसीय एमपी दौरे पर है। जहां वह इंदौर और उज्जैन के महाकाल मंदिर भी जाएंगी। द्रौपदी मुर्मू की मेहमान नवाजी में इन्हे महेश्वरी साड़ी भेंट की जाएगी। राष्ट्रपति को भेंट की जा रही इस साड़ी की खासियत क्या है, ये जानना काफी दिलचस्प है।
खरगोन का फेमस महेश्वरी साड़ी दुनिया भर में अपनी सादगी भरी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। इसकी नक्काषीदार डिजाइन और रंगों के परफेक्ट कॉम्बिनेशन इसे बाकि साड़ियों से बहुत अनोखा बनाते है। यह भारतीय हथकरघा शिल्प का नायब नमूना है, तो चलिए जानते है कि आखिर क्यों महेश्वरी साड़ी इतनी खास है.
भारतीय पहनावे में खास जगह रखने वाले महेश्वरी साड़ी को जीआई टैग मील चुका है। मुख्य रूप से हथकरघा पर आधारित इस नायब कलाकारी को जमीन पर गड़ी हुई करघों पर बनाई जाती है लेकिन इसमें अब थोड़ा बदलाब देखने को मिलता है। दरअसल इसे बनाने में जिस लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता था वो काफी महंगी मिलती है। जिसके चलते इसकी जगह लोहे ने लेली। जिसे फेरम लूम के नाम से जाना जाता है।
महेश्वरी साड़ियों की बुनाई सादी होती है लेकिन चैकड़ी, धारी व अन्य धागों के इस्तेमाल से इसे काफी खूबसूरत बना दिया जाता है। इसकी एक खासियत ये भी हैं कि यह कई वैराइटी में उपलब्ध है। इनमे गर्भ रेशमी साड़ी, रेशमी साड़ी, नीम रेशमी साड़ी, कतान साड़ी, सेवेंटी फाइव साड़ी, टीषु साड़ी, मर्सराइज्ड रास्ता डिजाइन साड़ी, मर्सराइज्ड चेक्स डिजाइन साड़ी के नाम शामिल है।