भिलाई नगर। CG NEWS : नगर निगम भिलाई में कमिश्नर के स्थानांतरण बाद प्रभार मिलने के दो दिन में ही बड़ा खेला हो गया है। तात्कालीन कमिश्नर ने जिन फल व्यवसायियों और ठेले खोमचों को अन्यत्र व्यवस्थापन बाद मौके से हटाने कहा था उन्हें आज प्रभारी अधिकारी ने तोड़ फोड़ करवा कर दरकिनार कर दिया है। पूर्व सहमति के मुताबिक जहां फिलहाल तोड़फोड़ नहीं होनी थी वहीं बिना विधायक की जानकारी बुलडोजर चलवा दिए जाने का मामला गरमा गया है। आपको बता दें कि इस कार्रवाई को लेकर विधायक रिकेश सेन ने नगरीय निकाय मंत्री और मुख्यमंत्री से तत्काल चर्चा कर इस मनमाने काम पर आपत्ति जताई है नतीजतन श्री सेन के आज शाम सीएम हाऊस से बुलावे पर इस मुद्दे पर डिस्कशन के लिए रायपुर जाने की भी खबर मिली है। अगले महीने सेवानिवृत्त हो रहे निगम अधिकारी अशोक द्विवेदी का एक्सटेंशन भी आज की कार्रवाई से पूरी तरह खटाई में पड़ गया है।
आपको बता दें कि आज वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत नंदिनी रोड में करूणा अस्पताल तक नगर निगम भिलाई द्वारा सुबह से तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू होने के बाद बवाल हो गया है। तोड़फोड़ की इस कार्रवाई से क्षेत्रीय भाजपा विधायक रिकेश सेन भी भारी नाराज हैं। उन्होंने इस कार्रवाई पर सख्त आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय तथा नगरीय प्रशासन मंत्री व उप मुख्यमंत्री अरुण साव से चर्चा कर तोड़फोड़ के लिए जिम्मेदार निगम अफसर के विरुद्ध तत्काल कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
गौरतलब हो कि आज सुबह 6 बजे नगर निगम का तोड़ फोड़ दस्ता बुलडोजर लेकर नंदिनी रोड पहुंचा और सड़क किनारे के दुकानों एवं कथित अवैध निर्माण को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी और देखते ही देखते लगभग 35 दुकानों और कथित अवैध निर्माण को हटा दिया गया। इस तोड़फोड़ को लेकर क्षेत्रीय विधायक रिकेश सेन को न तो कोई जानकारी दी गई और न ही उन्हें विश्वास में लिया गया जबकि यहां से कब्जा बेदखली पूर्व पहले व्यवस्थापन का निर्णय तात्कालीन कमिश्नर द्वारा लिया गया था मगर प्रभारी कमिश्नर अशोक द्विवेदी ने आज बुलडोजर चलवा दिया। जब प्रभावित लोग विधायक रिकेश सेन के पास व्यवस्थापन वाले निर्णय की जानकारी देते हुए पहुंचने लगे तब विधायक भी नाराज हुए और उन्होंने तत्काल नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव से फोन पर मामले को लेकर चर्चा की।
इस पूरे मामले को लेकर जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार इस कार्रवाई के पीछे नगर निगम के प्रभारी आयुक्त अशोक द्विवेदी की मुख्य भूमिका है। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक रिकेश सेन एवं जिले के वरिष्ठ अफसरों को विश्वास में लिए बिना ही तोड़फोड़ की कार्रवाई को अंजाम दिया। विदित हो कि नगर निगम भिलाई के आयुक्त देवेश कुमार ध्रुव का सुकमा कलेक्टर पद पर स्थानांतरण के बाद प्रभारी आयुक्त की जिम्मेदारी अशोक द्विवेदी पर है जिसका फायदा उठाते हुए उनके द्वारा यह तोड़फोड़ की कार्रवाई कराए जाने के बाद मामला गरमा गया है। जबरिया तोड़फोड़ की कार्रवाई से नाराज विधायक रिकेश सेन को आज शाम राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बुलाया है। इस दौरान उनके द्वारा मुख्यमंत्री को पूरे मामले की जानकारी देने के साथ दोषी अफसर के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। नगर निगम भिलाई में अपर आयुक्त के पद पर पदस्थ अशोक द्विवेदी अगले महीने रिटायर होने जा रहे हैं, चर्चा है कि उनके एक साल संविदा एक्सटेंशन पर भी विचार किया जा रहा था किंतु इस मामले के बाद अब उनके एक्सटेंशन पर रोक लगना लगभग तय माना जा रहा है।
नंदिनी रोड के किनारे स्थित फल दुकान व छोटे व्यापारियों के विरूद्ध दुकानों पर बुलडोजर चला कर तोड़-फोड़ होने से लोगों में रोष इसलिए भी व्याप्त है क्योंकि उन्हें व्यवस्थापन बाद हटाने का निर्णय लिया जा चुका था। वैशाली नगर क्षेत्र में हुई इस कार्रवाई की सूचना विधायक रिकेश सेन को भी नहीं दी गई जब प्रभावित लोग विधायक के पास पहुंच कार्रवाई की जानकारी दी तो उन्हें तोड़फोड़ का पता लगा। बताया जा रहा है कि श्री सेन ने तत्काल इस संबंध में नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारी से जानकारी ली और यह संवेदनशील मामला नगरीय निकाय मंत्री और मुख्यमंत्री तक जा पहुंचा नतीजतन इस पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री श्री साय ने आज शाम विधायक रिकेश सेन को राजधानी बुलाया है।