ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। GRAND NEWS : मध्यप्रदेश के बड़वाह में शाला त्यागी व अशिक्षित लोगो को निरक्षरता के अँधेरे से बाहर निकालकर साक्षरता की रौशनी में लाने के लिए उल्लास नवसाक्षर परीक्षा हुई। जिसमे 15 साल से लेकर अधिकतम आयु वर्ग के वे लोग जिन्हें बेहद कम अक्षर ज्ञान है| एक साथ बैठकर परीक्षा दी। इस दौरान आयु वर्ग का भेद भुलाकर सभी साक्षरता की सीढी चढ़ने का प्रयास करते रहे।
इस दौरान कहीं सास के साथ बहू, तो कहीं देवरानी के साथ जेठानी परीक्षा देने पहुंची। कुछ जगहों पर माँ-बेटी ने परीक्षा दी| शहर के टावर बेडी में समाजिक चेतन केंद्र में रविवार को सुबह 10 बजे से शुरू हुई उल्लास नवभारत साक्षरता परीक्षा परीक्षा केंद्र पर असाक्षरों का स्वागत सत्कार किया गया| परिक्षा देने सास शकू बाई और बड़ी बहु सुगन दवाडे एवं छोटी बहु ममता एक साथ आई| वहीं,जेठानी रीना बाई एवं देवरानी रजनी पड़ोदिया ने भी साथ में परीक्षा दी| इस दौरान बीईओ डीएस पिपलोदे,बीआरसी मेवाराम बर्मन,परीक्षा प्रभारी अजय पाल,बीएसी राजेश खोडे ने टावर बेडी,बड़वाह सीएम राइज स्कूल एवं अन्य परीक्षा केन्द्रों का निरिक्षण किया| इस दौरान अधिकारियों ने परीक्षा में शामिल बुजुर्ग महिला-पुरुषों से बातचीत भी की। साथ ही उन्हें पढ़ाई का महत्व बताते हुए आगे भी पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत होने वाली इस बुनियादी मूल्यांकन परीक्षा में 114 पंचायतो के साढ़े छह हजार निरक्षर महिला-पुरुषो ने समिलित हुए| सुबह 10 बजे से शुरू हुई परीक्षा शाम पांच बजे तक चली| जिसमे पेपर हल करने का समय दो घंटे था,इसलिए समय अनुसार परीक्षार्थी स्कुल में परीक्षा देने के लिए पहुंचे|