बिलासपुर। Chhattisgarh : स्कूली शिक्षा में सुधार के लिए लगातार शासन स्तर पर विभिन्न प्रयास हो रहे हैं लेकिन देखा जा रहा है की परीक्षा के दौरान इसमें बड़ी खामियां मिलती है। खासतौर पर उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के दौरान जिस तरह से लगातार पिछले कुछ समय में खामी आ रही है। उसमें सुधार के लिए लगातार ज़रूरतें महसूस होने लगी है।
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इसी कड़ी में अब एक नया और कारनामा सामने आया है जिसमें विद्यार्थियों के द्वारा डाले गए पुनः मूल्यांकन के कार्य में कई विद्यार्थियों के 40 से 50 अंक तक बढ़ गए हैं, इतनी बड़ी संख्या में अंकों का बढ़ना कहीं ना कहीं उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन में गड़बड़ी की ओर इशारा करता है। जाहिर तौर पर इस पर छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल को संज्ञान लेना चाहिए।
दोषियों पर की जाएगी सख्त कार्रवाई
हालांकि माध्यमिक शिक्षा मंडल की संभाग के अधिकारी का कहना है कि इस मामले में मंडल के द्वारा जांच कराई जा रही है, वहीं जो भी दोषी होगा उसे पर सख्त कार्रवाई की जाएगी निश्चित तौर पर शासन के द्वारा भले ही स्कूलों की व्यवस्था में सुधार लाने की बात कही जा रही हो लेकिन जिस तरह से अब एक के बाद एक खामियां विभिन्न स्तर पर सामने आई है, वह दर्शा रहा है कि अभी भी स्कूली शिक्षा में सुधार की बेहद आवश्यकता है। वहीं अब मंडल की परीक्षा प्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं जो चिंता का विषय है हालांकि इस गंभीर लापरवाही पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए ताकि आगे से इस तरह की गड़बड़ी सामने ना आए।