आज के दौर में जहां एक रुपए के लिए भी लोगों को ईमान डगमगा जाता है वही नोटो की गड्डी देख कर भी एक उदारवादी व्यक्ति की नीयत नहीं बदली, आपको बताते चले आज से ठीक दो दिन पहले शनिवार को कचहरी चौक के पास एक नोटो की गाड़ी रोड पर पड़ा हुआ जाहिद ख़ान को मिला उसने आस पास पुछताक्ष भी की कर पर पैसे किसके है ये ये पता नहीं चला लेकिन सोशल मीडिया की मदद से दो दिन के प्रयास के बाद आख़िर जाहिद ख़ान ने असली व्यक्ति को खोज निकाला दरसल काफ़ी खोजबीन के बाद भी जब पता नहीं चल पाया ये पैसे किसके है तो जाहिद ख़ान ने नगर के व्यापारी I’m संजय सिन्हा को आपबीती सुनाई और राय सुमारी की जिसके बाद व्यापारी संजय सिन्हा ने गरियाबंद के सबसे ज़्यदा प्रचलित वाट्सअप ग्रुप मैं गरियाबंद में इस बात की सूचना जारी की कुछ ही देर में नोट की गड्डी मिलने का मामला सोशल मीडिया में वायरल हो गया और इसकी जानक़ारी अजय एल्मुनियम वाले युवक को मिली जिसके बाद युवक ने संजय सिन्हा से मुलाक़ात कर के पूरी घटना की जानकारी दी अपना पैसा होने का दावा किया पूछ परख के बाद जाहिद ख़ान और संजय सिन्हा ने युवक की अमानत उसे सौपा
पैसे वापस मिलने से गदागद हुए अजय ने बताया कि शनिवार की सुबह वह सेलून गया था जिसके पहले कसेरु गांव के एक व्यक्ति ने उसे पैसे दिए थे जो वापसी घर लौटते वक्त रास्ते में कहीं गुम हो गया था काफ़ी खोजबीन के बाद भी जब पैसे नहीं मिले तो मैंने उम्मीद छोड़ दी थी पर वाट्सअप ग्रुप के माध्यम से मुझ तक ये बात पहुची और मैंने जाहिद ख़ान और संजय सिन्हा से मुलाक़ात किया और उनका धन्यवाद किया