भोपाल | BIG NEWS: केंद्र और राज्य सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाकर खेती को लाभ का धंधा बनाने के प्रयास में जुटी है। लेकिन दूसरी तरफ सरकार के ही उपक्रम किसानों के साथ छल कर रहे हैं।
ताजा मामला भोपाल के बैरसिया दांगी गांव का सामने आया है, जहां किसान नर्मदा प्रसाद की कृषि भूमि को बैंक ने नीलम कर अन्य व्यक्ति को बेच दी है। मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में किसान ने कलेक्टर भोपाल को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। कलेक्टर ने जांच उपरांत कार्रवाई का आश्वासन दिया है
गौरतलब है कि किसान ने उन्नत खेती करने के लिए 28 एकड़ भूमि पर एसबीआई बैरसिया ब्रांच से 2008 में 9 लाख 86 हजार रुपए का किसान क्रेडिट कार्ड लोन लिया था। 2008 में लिए लोन के बाद किसान 2012 तक समय से किस्त जमा करता रहा लेकिन 2012 में अचानक किसान नर्मदा प्रसाद की तबीयत बिगड़ने से वह समय से किस्त जमा नहीं कर पाया।
उसी दौरान बैंक ने 2024 में ओटीएस नोटिस भेज कर लोन राशि जमा करने के निर्देश दिए थे जब किसान राषि जमा करने पहुंचा तो पता चला की उसकी जमीन को नीलाम किया जा रहा है। किसान ने आपत्ति लगाई तो उसको खारिज कर दिया गया। बैंक ने जुलाई 2024 में उक्त कृषि भूमि को नीलाम कर दिया है। एसबीआई बैंक से पीड़ित किसान अब अपनी पुश्तैनी जमीन को वापस पाने के लिए अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट रहा।
वह लोन की बाकी राशि भी जमा करने को तैयार है उसके बावजूद भी बैंक उसकी सुनवाई नहीं कर रहा हैं। पीड़ित किसान नर्मदा प्रसाद का कहना है कि आत्मदाह के अलावा उसके पास कोई चारा नहीं बचा है।