गरियाबंद और पांडुका में बैंक चोरी की नाकाम कोशिश करने वाले तीन आरोपी पुलिस से गिरफ्त में, महज 48 घंटे में पुलिस ने पकड़ा
धान की उधारी और ऑनलाइन गेम का कर्जा चुकाने के आरोपी ने दोस्तो के साथ मिलकर रची बैंक लूटने की साजिश
गरियाबंद – छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में एटीएम और बैंक में चोरी की नाकाम कोशिश करने वाले तीन आरोपी को पाण्डुका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी ने धान का उधारी और ऑनलाइन गेम का कर्जा चुकाने एटीएम और बैंक चोरी की साजिश रची थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और टॉवर डंप लोकेशन के आधार पर तीनो आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है।
सोमवार को मामले का खुलासा करते हुए एसडीओपी निशा सिन्हा ने बताया कि सिटी कोतवाली थाना अंतर्गत गरियाबंद में केनरा बैंक एटीएम तथा पांडुका थाना क्षेत्र अंतर्गत पांडुका के ग्रामीण बैंक में चोरी की नाकाम कोशिश करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी गरियाबंद थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम छिंदौला के रहने वाले है। गुरुवार मध्य रात्रि आरोपियों ने गरियाबंद के केनरा बैंक के एटीएम में चोरी की कोशिश की थी और इसके एक दिन बाद शुक्रवार मध्य रात्रि पांडुका के ग्रामीण बैंक में चोरी की घटना को अंजाम देने का प्रयास किया था लेकिन दोनों ही मामलों में नाकाम रहे थे।
सीसीटीवी फुटेज और टावर डंप की मदद से 48 घंटे में पकड़े गए
सीसीटीवी फुटेज और टावर डंप की मदद से 48 घंटे में पकड़े गए
एसडीपी निशा सिन्हा ने बताया कि घटना के बाद गरियाबंद और पांडुका क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। इसके अलावा टावर डंप लोकेशन निकली गई। इसके आधार पर तीनों आरोपियों को पकड़ने में पुलिस ने सफलता हासिल की है। उन्होंने बताया की घटना वाले रात तीनों आरोपी का मोबाइल दोनों घटना स्थल में एक्टिव था। मोबाइल लोकेशन के आधार कर ग्राम छिन्दौला निवासी अरुण ध्रुव (28) तथा टिकेश्वर यादव (38) के साथ एक नाबालिक आरोपी गिरफ्तार पूछताछ की गई तो तीनों आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया है।
एटीएम चोरी में नाकाम रहे, फिर गैस गटर चोरी किया
मामले का खुलासा करते हुए एसडीओपी ने आगे बताया कि आरोपियों ने पहले कुल्हाड़ी की मदद से गरियाबंद एटीएम में चोरी की कोशिश की थी लेकिन शटर का ताला तोड़ने के बाद एटीएम मशीन को तोड़ने में नाकाम रहे। इसके बाद आरोपियों द्वारा चोरी के लिए नई जगह और नया तरीका अपनाया गया। आरोपियों ने पहले रायपुर मार्ग में स्थित कोमल ट्राली से गैस सिलेंडर और गैस कटर चोरी की ओर इसके मदद से पाण्डुका में चोरी की कोशिश की। गैस मटर की मदद से आरोपी बैंक के मुख्य गेट में लगे दोनों ताले को काटकर अंदर पहुंच गए थे। लाकर भी काटने में सफल हो जाते हैं इसके पहले सायरन बज गया। इसके चलते आरोपियों को मौके से भागना पड़ा।
सीसीटीवी कैमरा, डीवीआर, कुल्हाड़ी मालगांव पैरी नदी से बरामद
एसडीओपी सिन्हा ने बताया कि पांडुका से वापस लौटे समय आरोपियों ने बैंक से चोरी किए गए सीसीटीवी कैमरे डीवीआर और चोरी के लिए प्रयोग की गई कुल्हाड़ी सहित आणि सामान को मालगांव पुल से पहली नदी में फेंक दिया था। आरोपियों के निशानदेही पर सोमवार सुबह नगर सेनानी की टीम की मदद से उपरोक्त सभी सामान को पैरी नदी से बरामद कर लिया गया है।
कर्ज ने बना दिया चोर
पूरे मामले की जांच में पता चला कि मुख्य आरोपीय अरुण धान खरीदी बिक्री का काम करता था जिसमें उसकी काफी उधारी हो चुकी थी इसके अलावा ऑनलाइन गेमिंग में भी वह लाखों रुपए हर चुका था जिसके चलते कर्ज उतारने और उधारी चुकाने के लिए उसने चोरी जैसी गंभीर घटना के लिए अपने दोस्तों के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा। पूछताछ में अरुण ने बताया कि पहले ऑनलाइन गेमिंग में वह ढाई लाख रुपये जीत चुका था लेकिन लालच में आकर अधिक पैसे कमाने के लिए उसने आगे भी ऑनलाइन गेमिंग जारी रखी और खेलते खेलते इसमें 5 लाख से ज्यादा का कर्जा हो गया।
पूरी कार्यवाही में एसडीओपी निशा सिन्हा के मार्ग दर्शन में पाण्डुका थाना प्रभारी चंद्रप्रकाश नेताम, गोपाल साहू, स्पेशल टीम अंगद राव, सुशील पाठक, सतीश गिरी शामिल थे।