राजनांदगांव। CG NEWS : तीन लोकों में स्थापित शहर की सिद्ध शक्तिपीठ मां पाताल भैरवी मंदिर में नवरात्र का पर्व यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खास होता है यहां मां पाताल भैरवी के साथ ही भक्तों को राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी और दस महाविद्याओं के एक साथ दर्शन का अलौकिक सुख मिलता है। मंदिर के पाताल लोक में मां पाताल भैरवी विराजमान है, तो वहीं भूलोक में दस महाविद्याओं के साथ राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी विराजित है। जिसके चलते नवरात्र प्रारंभ होते ही यहां श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो जाता है।
शहर के मां पाताल भैरवी मंदिर में इस वर्ष लगभग 2125 मनोकामना ज्योति कलश स्थापित किये गए है। मंदिर समिति के उपाध्यक्ष दीपक जोशी ने बताया कि इस वर्ष भी विदेश के श्रद्धालुओं द्वारा मनोकामना ज्योति कलश स्थापित कराई गई है जिसमें कनाडा, जर्मनी, फिलिस्तीन, अमेरिका, दुबई जैसे देश शामिल है, तो वही भारत के राज्यों में छत्तीसगढ़ के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड से भी श्रद्धालुओं की मनोकामना ज्योति कलश यहां स्थापित की गई है।
मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित करने पहुंची श्रद्धालु केवड़ा गौतम और वर्षा अहीर का कहना है कि यहां वे लगभग 10-15 वर्षों से ज्योति कलश स्थापित कर रहे हैं। जिससे उनकी मनोकामना पूर्ण होती है। वही नवरात्र के अवसर पर एक परिसर में ही माता के सभी रूपों के दर्शन होने का सौभाग्य भी मिलता है।
नवरात्र के बाद शरद पूर्णिमा को मां पाताल मंदिर समिति द्वारा वितरित किए जाने वाले जड़ी बूटी युक्त खीर की चर्चा देश और विदेशों में है। यहां वितरित किए जाने वाले खीर से सांस दमा जैसे रोगों से छुटकारा मिलता है, जिसके चलते हजारों श्रद्धालु शरद पूर्णिमा की रात यहां पहुंचकर प्रसाद स्वरूप जड़ी बूटी युक्त खीर ग्रहण करते हैं।