रायपुर | CG : छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर में कलेक्ट्रेट और तहसीलों में पुराने राजस्व रिकॉर्डस को कहीं दीमक चट कर रही है तो कहीं वे पुराने होने के कारण फट रहे हैं। ऐसे में सभी राजस्व अभिलेखों के पुराने रिकॉर्ड को डिजिटल कराने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा आवारा मवेशियों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया गया।
प्रशासन इसके लिए मवेशियों के सींग पर पेंट करेगा और उन्हें कॉलर बेल्ट पहनाएगा। कलेक्ट्रेट के रेडक्रॉस सभाकक्ष में मंगलवार को विभागों और योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिले की प्रभारी सचिव आईएएस निहारिका बारीक ने कलेक्टर गौरव सिंह को निर्देश दिया।
इस दौरान उन्होंने लंबित कार्यों को तेजी से पूरा कराने से लेकर बिजली, पानी और सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराने कहा। प्रभारी सचिव ने कहा कि मूलभूत समस्या आने पर लोगों से फीडबैक लें और उनकी समस्याओं को त्वरित निराकरण कराएं। समय-समय पर राजस्व के लंबित प्रकरणों की मॉनीटरिंग कर उसका निपटारा करें। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने जिले में नशे की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान की जानकारी दी।
नशामुक्ति केंद्रों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश
प्रभारी सचिव बारीक ने बच्चों और युवाओं को नशे की लत से दूर करने और नशा मुक्ति केंद्र में 15 बिस्तरों की संया बढ़ाने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा उन्होंने अवैध शराब और दुकानों में शराब की ओवररेटिंग बिक्री करने वालों पर कार्रवाई करने कहा। बैठक में जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप, डीएफओ लोकेश पटेल, सहायक कलेक्टर अनुपमा आनंद, अपर कलेक्टर देवेंद्र पटेल समेत जिले के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे। इस दौरान उन्होंने भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी की आजीवन सदस्य भी बनीं।