दुर्ग। CG NEWS : दुर्ग ज़िले सहित छत्तीसगढ़ी में महादेव सट्टा का साम्राज्य स्थापित करने वाले सौरभ चंद्राकर को आखिरकर गिरफ्तार कर लिया गया।ED ने इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया है। ईडी के अधिकारियों ने विदेश मंत्रालय को संपर्क कर इसकी जानकारी दी है।सौरभ चंद्राकर को दुबई से गिरफ्तार कर पहले भारत लाया जाएगा और उसके बाद उसे रायपुर लाने की तैयारी है। सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी की पुष्टि दुर्ग रेंज आईजी रामगोपाल गर्ग ने किया है। वहीं सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी को लेकर दुर्ग रेंज आईजी रामगोपाल गर्ग ने बताया कि महादेव सट्टा एप के केसेस में एक आरोपी है। सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी दुबई पुलिस ने कर लिया है। सौरभ चंद्राकर के खिलाफ पहले से ही रेड कॉर्नर नोटिस और इंटरपोल के द्वारा नोटिस जारी किया गया था।उन्होंने ने कहा कि केंद्रीय एजेंसीयों के समन्वयी से यह सारी प्रक्रिया चल रही है। जल्दी वैधानिक कार्यवाही पूरी कर ली जाएगी। आपको बता दे की दुर्ग रेंज आईजी रामगोपाल गर्ग ने जुलाई 2024 में मानसून सत्र के दौरान गृह मंत्रालय को सौरभ चंद्राकर की प्रोविजनल अरेस्ट के लिए अनुरोध भेजा। सितंबर 2024 में गृह मंत्रालय ने इस मामले में कुछ महत्वपूर्ण सवाल उठाए गर्ग ने सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं को पूरा किया। उनके जवाब के बाद ही प्रोविजनल अरेस्ट और प्रत्यर्पण प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा सका। इस उच्च-स्तरीय समन्वय का परिणाम ही सौरभ की गिरफ्तारी और उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में तेजी लाने में कारगर साबित हुआ। आपको बता दें कि ऑनलाइन सट्टेबाजी एप से जुड़े 6000 करोड़ रुपये के घोटाले का मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर के दुबई में गिरफ्तारी इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर हुई है। जिसे ईडी के अनुरोध पर जारी किया गया था। इस मामले में ईडी, विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय ने मिलकर एक बड़ी कार्रवाई की है। सौरभ चंद्राकर जो पहले छत्तीसगढ़ के भिलाई में एक साधारण जूस की दुकान चलाता था। वह अब महादेव एप के जरिये सट्टेबाजी का बड़ा साम्राज्य खड़ा कर चुका है। उसकी गिरफ्तारी ने इस बड़े घोटाले के प्रमुख कर्ता धर्ता को कानून के शिकंजे में ला दिया है।बता दें कि लगभग डेढ़ महीने पहले, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने इस घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया था। यह निर्णय 22 अगस्त को लिया गया था और अब इस घोटाले के किंगपिन सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी हुई है। इस कार्रवाई से सीएम साय के उस मजबूत रुख की याद दिलाई जा रही है। जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि घोटाले में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने तभी यह कहा था कि सभी दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए जांच सीबीआई को सौंपी गई है।