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बिहार में पकड़ौआ विवाह की आए दिन कहानी सुनने को मिलती है। ऐसा ही एक और पकड़ौआ विवाह का मामला सामने आया है जहां रेलवे में नौकरी लगते ही रिश्तेदारों ने पकड़कर शादी करा दी। मामला समस्तीपुर के विद्यापतिनगर प्रखंड मुख्यालय स्थित विद्यापति धाम मंदिर की हैं जहां शादी कराने के लिए लड़की वालों की ओर से करीब 5 घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। उसके बाद जबरदस्ती रेलवे कर्मचारी की शादी करा दी गई। इस विवाह को देखने के लिए काफी संख्या में आस-पास के लोग मंदिर परिसर में इकट्ठा हो गए।
नौकरी मिलते ही बदले युवक के सुर
बताया जाता है कि लड़का ताजपुर थाना क्षेत्र के चकसिकंदर गांव के विजय सहनी का पुत्र प्रमोद कुमार सहनी हैं। वहीं, लड़की रौशनी कुमारी हलई थाना के दरबा अकौना गांव की रहने वाली है। दोनों आपस में रिश्तेदार भी है। लड़की का कहना है कि दोनों पिछले दो साल से रिलेशनशिप में थे। फोन पर दोनों की बातचीत होती थी। नौकरी के पहले दोनों के बीच शादी को लेकर बात भी हुई थी। इसी बीच लड़के को रेलवे में चतुर्थ वर्गीय कर्मी के रूप में भुवनेश्वर उड़ीसा में नौकरी लग गई। नौकरी मिलते ही युवक के सुर बदल गए और वह अपनी बातों से मुकरने लगा। वह कभी बुलेट और 10 लाख रुपये दहेज की मांग करता, तो कभी शादी करने से इनकार करता था।
हालांकि लड़के ने लड़की के आरोप को गलत ठहराते हुए कहा कि लड़की के परिवार वालों ने उसे पकड़कर जबरन शादी कराई है। लड़के का कहना है कि दोनों पहले से ही रिश्तेदार हैं।
ऐसे हुआ पकड़ौआ विवाह
दरअसल, रौशनी के बुलावे पर प्रमोद उससे मिलने विद्यापतिधाम मंदिर पहुंचा था जहां रौशनी ने उस पर शादी करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया जिसके बाद युवक भागने का प्रयास करने लगा। मंदिर परिसर में दोनों के बीच चल रहे हाई वोल्टेज ड्रामा को देख स्थानीय लोग जुटने लगे। बाद में स्थानीय लोगों द्वारा इसकी सूचना लड़की के परिजनों को दी गई। सूचना मिलते ही लड़की के परिवार वाले मंदिर पहुंचे और लड़के को पकड़कर शादी करा दी