Karwa Chauth 2024: करवा चौथ का त्योहार रविवार यानी आज मनाया जा रहा है. पूरे भारत में सुहागिन महिलाओं के इस पर्व को बड़े उत्साह से मनाया जाता है. इस दिन महिलाओं द्वारा पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता हैं. महिलाएं करवा चौथ पर रात को चांद देखने के बाद ही अपनी व्रत खोलती हैं. लेकिन भारत के अलग-अलग राज्यों में इसे मनाने का तरीका भी अलग है.
जी हां, पंजाब से लेकर दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल, यूपी और राजस्थान में इसे बेहद अलग अंदाज में मनाया जाता है. इन जगहों पर करवा चौथ व्रत को लेकर अलग ही धूम देखने के लिए मिलती है. यहां पर थाली सजाने के तरीके से लेकर पूजा-पाठ के नियम अलग ही नजर आते है. आइए आपको बताते हैं कि भारत के अलग-अलग राज्यों में इस पर्व को किस तरह मनाया जाता है.
पंजाब में सरगी
पंजाब में करवा चौथ की शुरुआत सूर्योदय से पहले सरगी के साथ होती है. त्योहार वाले दिन सास अपनी बहू को फल, मिठाई और पराठे देती हैं. शाम को सभी महिलाएं कथा सुनती हैं और रात को चांद देखकर उपवास खोलती हैं.
उत्तर प्रदेश में मिट्टी का करवा
यूपी में करवा चौथ के व्रत से पहले मिट्टी से बना करवा पानी से भरकर रखा जाता है. महिलाएं सारा दिन बिना कुछ खाए-पिए शाम को कथा सुनती हैं. इसके बादशाम को चांद की अर्घ्य देने के बाद व्रत खोलती हैं.
राजस्थान में दिया जाता है बाया
राजस्थान में करवा चौथा पर बाया दिया जाता है. दरअसल, ये सुहागिन महिलाओं की मां की ओर से उनके ससुराल भेजा जाता है. बाया में फल, मिठाई और कपड़े भेजे जाता हैं. इसके अलावा, यहां महिलाएं जमीन पर आकृति भी बनाती हैं.
महाराष्ट्र में
महाराष्ट्र में करवा चौथ का चलन थोड़ा कम है. यहां महिलाएं सामान्य तौर पर व्रत रखती हैं और पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं. शाम के समय वह बिना किसी छलनी के ही चांद को देखती हैं और अर्घ्य देकर व्रत खोलती हैं.