रायपुर | Diwali 2024: दिवाली पर्व के अवसर पर देश दुनिया में जमकर आतिशबाजी की जाती है. खासकर शहरों में पटाखों की वजह से बहुत ज्यादा शोर होता है. साथ ही काफी धुंआ होने से हवा प्रदूषित भी होती है. ऐसे में घर में पालतू पशु पक्षी जैसे, डॉगी, बिल्ली, तोता या चिड़िया और अन्य जानवरों पर इसका बुरा प्रभाव देखने को मिलता है. आईये जानने की कोशिश करते हैं कि दिवाली के दौरान इन पालतू पशुओं का ख्याल कैसे रखें.
दुनिया का कोई भी डॉग या केट हो, वह तेज आवाज से डरता है. वे तेज आवाज आने से कहीं जाकर दुबक कर छुप जाते हैं. यहां तक की डर की वजह से खाना पीना भी छोड़ देते हैं. ऐसे में दिवाली या उसके पहले धनतेरस जिस दिन से पटाखे फोड़े जाते हैं, उस दौरान इन पालतू पशुओं का विशेष ख्याल रखना होता है. यह केयर छोटी दिवाली तक करना पड़ता है. वरना इसका असर पालतू पशुओं के लिए घातक हो सकता है.
पशुओं का रखें विशेष ध्यान : दिवाली के दौरान डॉग और कैट को घर की ऐसी जगह पर रखना चाहिए, जहां आवाज कम से कम पहुंचे. यदि ऐसी जगह उपलब्ध न हो तो ऐसी स्थिति में जानवरों को शोर से बचाना काफी डिफिकल्ट होता है. ऐसे में कोशिश करना चाहिए कि उनके कान पर ऐसी चीज लगाई जाए, जिससे उन्हें शोर सुनाई ना दे. कई बार हम लोग जो कान पर फ्लाइट वगैरह में लगाकर सोते हैं, उसका भी इस्तेमाल किया जा सकता है. लेकिन यह उनमें लगाए रखना काफी चुनौती पूर्ण होता है, क्योंकि वे इसे झटक कर हटा देते हैं.
हमें कोशिश करनी चाहिए कि जब पटाखे जलाएं, उस दौरान पालतू पशु आसपास ना हो. हालांकि, पटाखों के धुएं का असर भी इन पालतू पशुओं पर पड़ता है. जैसे-तैसे घर में रहने वाले पालतू पशु तो बच जाते हैं, लेकिन बाहर रहने वाले पशु पक्षियों को बचाना काफी मुश्किल है.
दिवाली के बाद आमतौर पर देखा गया है कि पालतू पशु कभी दीये की बाती और तेल को चट कर जाते हैं. कुछ पशु घर में रखे घी को पी लेते हैं. कई बार कुमकुम भी पालतू पशु पक्षी खा लेते हैं. यह सभी उनके लिए जहर का काम करती है. ऐसे में इन चीजों को पालतू पशुओं से बचना चाहिए, ताकि उन्हें नुकसान ना हो. इस दौरान दीये के आसपास पशु पक्षियों को नहीं जाने देना चाहिए. साथ ही खाने पीने की चीजों का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए.
यदि इन सावधानियां के बाद भी कोई पशु इसका शिकार होता है और कुछ उटपटांग खा लेता है. ऐसे में घरेलू उपचार में तत्काल उसे चुटकी भर सोडा खिलाना चाहिए. साथ ही जितना जल्दी हो पशु चिकित्सक को उसे दिखाना चाहिए. उनकी सलाह पर ही दवाई देना चाहिए
पक्षियों के खाने पीने को लेकर बरतें सावधानी : वह दीवाली पर पक्षियों के खाने पीने को लेकर संजय जैन ने कहा कि पक्षियों को खाने-पीने की कोई दिक्कत नहीं होती है, क्योंकि वह पिंजरे में होते हैं. ऐसे में जो घटनाएं डॉग या केट के साथ दिवाली पर खाने-पीने को लेकर देखने को मिलती है, वैसी घटनाएं इनके साथ नहीं होती है. लेकिन शोर का असर उन पर भी होता है. ऐसे में उन्हें भी ऐसी जगह पर रखना चाहिए, जहां कम से कम आवाज हो.