बलौदाबाजार। CG NEWS: कबीर पंथ के आश्रम दामाखेड़ा के सह सचिव छम्मन वर्मा की ओर से सिमगा थाने में दामाखेड़ा के कतिपय ग्रामीणों के खिलाफ एफ़आइआर दर्ज कराई गई है। इस एफ़आइआर में उल्लेख है कि, शुक्रवार 1 नवंबर 2024 को ग्रामीणों की उग्र भीड़ आश्रम के अंदर घुसी और प्रकाशमुनि के पुत्र उदित मुनि को बाहर निकालने की बात कहते हुए गाली गलौज करते हुए आश्रम के भीतर जलते फटाखे फेंके गए।एफ़आइआर में उल्लेखित है कि, ग्रामीणों जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं उन्होंने आश्रम से जुड़ी धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले शब्दों का प्रयोग किया।पुलिस ने प्रकरण में बीएनएस की धारा 191(2), 191(3), 190, 331, 296, 351(3) और 298 प्रभावी की है।
ग्रामीण इसलिए भड़के ?
ग्रामीणों की ओर से मिली जानकारी के अनुसार विवाद तब हुआ जबकि वर्तमान आश्रम प्रमुख प्रकाशमुनि के पुत्र ने साथियों के साथ बस्ती में फटाखे फोड़े और कथित रुप से कुछ फटाखों के अंश जलने के बाद उस ओर भी गिरे, जहां ग्रामीण महिलाएं मौजूद थीं। ग्रामीणों ने इस पर आपत्ति की थी। यही विवाद बाद में आश्रम पर हमले के रुप में सामने आया या कि प्रचारित हुआ।लेकिन आश्रम का पक्ष ऐसे किसी भी आरोप को नकारता है।
गृहमंत्री विजय शर्मा देर रात पहुँचे आश्रम
कथित रुप से ग्रामीणों के हमले की सूचना आश्रम प्रमुख प्रकाश मुनि ने गृहमंत्री विजय शर्मा को दी। गृहमंत्री तब रायपुर की ओर लौट रहे थे। दामाखेड़ा कबीर आश्रम से आए फ़ोन के बाद गृहमंत्री विजय शर्मा रात क़रीब साढ़े बारह बजे आश्रम पहुँच गए। गृहमंत्री के साथ ही आईजी रायपुर अमरेश मिश्रा भी पहुँच गए। बलौदा बाज़ार-भाटापारा एसपी विजय अग्रवाल क़रीब साढ़े 11 पर दामाखेड़ा पहुँच चुके थे।
प्रतिक्रिया में क्षणिक आक्रोश या सुनियोजित हमला ?
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार यह क्षणिक विवाद था जिसकी जड़ में आश्रम प्रमुख के चिरंजीव की ओर से कथित रुप से लापरवाह तरीक़े से फटाखे जलाने का मसला था। तात्कालिक आक्रोश में ग्रामीण वहाँ पहुँचे थे। अपुष्ट ख़बरें हैं कि, ग्रामीण महिलाओं के आसपास जलते फटाखे गिरने की वजह से ग्रामीणों ने फटाखे जलाकर आश्रम परिसर में फेंके। ग्रामीणों की दलील है कि, यह हमला नहीं था लेकिन आश्रम की ओर से दर्ज एफ़आइआर से यही ध्वनित होता है कि, यह ग्रामीणों का हमला था।
अब तक 16 गिरफ्तार
सिमगा पुलिस थाने में दर्ज एफ़आइआर में दुर्गेश देवांगन,प्रताप साहू,हरि साहू,दुजराम देवांगन,घनश्याम देवांगन,मोनू वर्मा,चंदू ध्रुव,राजा ध्रुव,भुरुवा ध्रुव,पूरन देवांगन,ओमप्रकाश देवांगन,भुनेश्वर देवांगन,अर्जुन निर्मलकर,दुर्गेश देवांगन की पत्नी,भुनेश्वरी देवांगन एवं अन्य के नाम बतौर आरोपी दर्ज हैं। बलौदा बाज़ार ज़िले के पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि, मामले में पंक्तियों के लिखे जाने तक 16 ग्रामीणों को गिरफ़्तार कर लिया गया है।