सक्ती जिले में दीपावली जैसे बड़े त्यौहार पर भी, प्रसाशन की लापरवाही सामने आई है ,!,जहाँ सक्ती जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय, व शासकीय गर्ल्स कॉलेज परिसर में ही, पटाखों की दुकानें लगाने की, अनुमति दे दी गई है ! , जबकि वहीं हॉस्पिटल भी है, हमेशा भीड़ भाड़ इलाके होने के बाद भी, ऐसे रिहायशी इलाकों में, पटाखों का भंडारण कर बेख़ौफ़ बिक्री हो रही है! ,जहां एक चिंगारी ही कहर बरपा सकती है ।
आज दिपावली है, और इसके साथ ही जिले में, जगह जगह पटाखों का अवैध भंडारण, व बिक्री करने का काम धड़ल्ले से हो रहा है ! , स्थिति यह है कि, ना केवल गांव देहात, और नगरीय क्षेत्रों में, बल्कि जिला मुख्यालय में भी, सारे नियम कायदे को दरकिनार कर, पटाखा का भंडारण किया गया है । और धड़ल्ले से बिक्री भी हो रही है! गौरतलब है कि जिले में दीपावली पर्व पर, पटाखों मे करोडों रुपए का कारोबार होता है ! , इसको लेकर पटाखा विक्रेता पूरी तरह से सक्रिय हैं। सक्ती शहर मे तो बताया जा रहा है की बडे बडे गोदामों मे ट्रक भर का माल छुपाकर अवैध भण्डारण किया गया है । लेकिन विस्फोटक साम्रगी के भंडारण, और बिक्री को लेकर, जो नियम कायदे बनाए गए हैं, , इसका कहीं कोई पालन नहीं हो रहा है!स्थिति यह है कि आमजन की जान माल की परवाह किए बगैर, दो दो कॉलेज ,व रिहायशी इलाकों में, पटाखों की दुकानें लगाने अनुमति दी गई है । ,जबकि हाल ही में गुना जिले में, आतिशबाजी की 30 से, अधिक दुकानों में, आग लग गई थी! ऐसे घटनाओं के बाद भी, प्रशासन सबक नहीं ले रही है, ! जिला मुख्यालय में पटाखों का भंडारण, व बिक्री का काम बेख़ौफ़ चल रही है । खास बात यह है कि जवाबदार अधिकारी भी चुप है, और एक दुसरे के उपर आरोप प्रत्यारोप कर रहे है । निर्धारित मापदंडों का पालन तो दूर की बात, सुरक्षा के भी, कहीं उपाय नहीं किए गए हैं।आमजन की जानमाल की परवाह किए बगैर, रिहायशी इलाकों में, पटाखों की दुकानें लगी है । ऐसे में यदि कही से, कोई एकाध चिंगारी बारूद के इस ढेर पर, छिटक जाए तो, किस तरह की भयानक स्थिति निर्मित होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है !बावजूद इसके जिम्मेदार आंख मूंदे बैठा है । ऐसा नहीं कि रिहायशी इलाकों में अवैध रूप से पटाखों की बिक्री, व भण्डारण को लेकर जिम्मेदार अफसरों को जानकारी न हो! जिम्मेदार अधिकारी इन जगहो पर निरिक्षण करते हुए, बारुद का ढेर देख रहे है, और ,, दुकानो मे लगे फटाको को देखने का आनन्द ले रहे है ।