धमतरी। CG NEWS : गंगरेल में स्थित माँ अंगारमोती मंदिर में अगर निसंतान महिला को बैगा अपने पैरो से महिलाओं पर चलते हुए आगे बढ़े तो महिला को संतान की प्राप्ति होती है। हर साल दीवाली के बाद पहले शुक्रवार को इसी मन्नत के साथ दूर दराज से बड़ी संख्या में महिलाएं आती है। मां अंगारमोती इस इलाके की अधिष्ठात्री देवी थी। बांध बनने के बाद वो तमाम गांव डूब ने लगे थे, लेकिन माता के भक्तो ने अंगारमोती माता की गंगरेल के तट पर फिर से स्थापना कर दी। जहां साल भर भक्तों का ताता लगा रहता है और मन्नत को लेकर दर्शन करने आते हैं। ऐसी मान्यता है निःसंतान महिलाएं मंदिर के सामने हाथ में नारियल अगरबत्ती नींबू लिये कतार में खड़ी होती है। सभी निः संतान महिलाओं को इंतजार रहता है कि कब मुख्य बैगा पुजारी मंदिर के लिये पहुंचेंगे साथ ही दूसरी तरफ वो तमाम बैगा होते हैं जिन पर देवी मां सवार होती है चारो तरफ ढोल नगाड़ो की गूंज में वो झूमते हुए बेसुध मंदिर की तरफ बढ़ते चले आते हैं। बैगाओ को आते देख.. कतार में खड़ी सारी महिलाएं पेट के बल दंडवत लेट जाती है और सारे बैगा उनके उपर से गुजरते है.. जी बता दें जिस भी महिला के उपर बैगा का पैर पड़ता है.. उसे संतान के रूप में माता अंगार मोती का आशीर्वाद मिलता है.. उनकी गोद भी भर जाती है उनके आंगन में भी किलकारी गूंजती है.. इस आशीर्वाद को पाने दूर दराज से निः संतान महिलाएं पहुंचती है।