गरियाबंद । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा 3100 रूपये प्रति क्विंटल धान खरीदी के चलते प्रदेश भर के किसानों में भारी खुशी की लहर है। गरियाबंद जिले में इस बार 90 हजार 771 पंजीकृत कृषकों ने अपने 1 लाख 11 हजार 371 हेक्टेयर कृषि भूमि का पंजीयन कराया है। जिसमें 4341 नए कृषक भी शामिल है। धान खरीदी का महाअभियान जिले में 14 नवंबर से प्रारंभ होगा। इस किसान त्यौहार के लिये जिले के सभी 67 समितिया के 90 उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी की तैयारियां पूर्ण कर ली गयी है। पहले दिन जिले के 86 उपार्जन केन्द्रों के 1 हजार 386 किसानों के 53 हजार 620 क्विंटल धान खरीदने टोकन जारी किया गया है। पहले दिन के लिए कुल 1 हजार 339 टोकन काटे गये है। इनमें स्वयं किसानों द्वारा 831 एवं खरीदी केन्द्रों के माध्यम से 508 टोकन काटा गया है। खरीदी केन्द्रों में प्रशासन की ओर से सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली गई है।
कृषकों के लिए सुविधाएं – धान उपार्जन केन्द्र में धान बिक्री के लिए आने वाले कृषकों की पहचान बायोमेट्रिक एवं आयरिस रिकग्निशन सिस्टम से करते हुए धान खरीदी भी जावेगी। साथ ही निकटतम परिवार के सदस्यों को नॉमिनी बनाने की सुविधा शासन द्वारा प्रदान की गयी है। साथ ही रियल टाइम ओटीपी की सुविधा भी रहेगी। कृषकों की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिये राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष खाद्य विभाग के कॉल सेंटर नंबर 1800-233-3663 है तथा जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष जिला खाद्य कार्यालय गरियाबंद है जिसका दूरभाष नंबर 07706-296344 है। लघु एवं सीमान्त कृषकों को 02 टोकन एवं बड़े कृषकों के लिए टोकन तुहर द्वारा अथवा समिति से 03 टोकन की सुविधा उपलब्ध रहेगी। जिला विपणन अधिकारी अमित चन्द्राकर ने बताया कि खरीदे गये धान के समयबध्द उठाव की तैयारी भी गयी है। मिलर्स एवं परिवहनकर्ता के माध्यम से सुरक्षित समयबद्ध धान उठाव हेतु प्रत्येक ट्रक में जी.पी.एस. डिवाइस लगाया जा कर धान परिवहन की अनुमति दी जा रही है। जिसका परिवहन निविदा जारी किया जा चुका है।